-आयुर्वेद, पंचकर्म और जीवनशैली में बदलाव से किया जाता है रोगों को रिवर्स
–यूपी में समर्थ नारी समर्थ भारत संस्थान के साथ शुरू किया आरोग्यम हृदय संपदा अभियान
-15 वर्षों में 10 लाख से अधिक लोगों को ठीक कर चुका है माधवबाग संस्थान

सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। माधवबाग ने हृदय रोग, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों को आयुर्वेद, पंचकर्म और जीवनशैली में बदलाव से रिवर्स करने के लिए अब उत्तर प्रदेश में अपना अभियान शुरू कर रहा है। समर्थ नारी समर्थ भारत संस्थान के साथ संयुक्त रूप से चलाये जाने वाले इस अभियान की लखनऊ में शुरुआत 5 मार्च को मुख्य अतिथि महापौर संयुक्ता भाटिया द्वारा की गयी।
गोमती नगर स्थित उर्दू एकेडमी में आयोजित समारोह के मौके पर पत्रकार वार्ता में कार्यक्रम के संचालकों ने इस बारे में विस्तार से जानकारी दी। माधवबाग संस्थान के सीएसआर हेड मिलिंद सरदार ने कहा कि उत्तर प्रदेश की 54.5 प्रतिशत आबादी हायपरटेंशन की शिकार है। यहां हर साल एक लाख बायपास सर्जरी और लगभग 2.75 लाख एंजियोप्लास्टी होती हैं। अव्यवस्थित दिनचर्या, खानपान आदि से हृदय रोग, शुगर और ब्लड प्रेशर के मरीजो में तेजी से वृद्धि हो रही है, जो कि चिंताजनक है। इस स्थिति से उत्तर प्रदेश को उबारने के लिए माधवबाग संस्थान और समर्थ नारी समर्थ भारत संस्थान का हृदयरोग मुक्त उत्तर प्रदेश अभियान शुरू़ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आरोग्यम हृदय संपदा नामक इस अभियान में माधवबाग के एक्सपर्ट साल भर में उत्तर प्रदेश के दो हजार से ज्यादा मरीजों हार्ट, ब्लड प्रेशर और शुगर जैसी बीमारियां आयुर्वेदा, पंचकर्म और जीवनशैली में बदलाव से रिवर्स करेंगे।
इस मौके पर नारी समर्थ भारत संस्थान की नेशनल कोऑर्डिनेटर नीरा सिन्हा, माधवबाग के रीजनल हेड डॉ.आशीष पांडेय, नारी समर्थ भारत संस्थान की लखनऊ कोऑर्डिनेटर सपना श्रीवास्तव आदि मौजूद थे। मिलिंद सरदार ने बताया कि इतने बड़े पैमाने पर बीमारी होने के बाद भी इसे लेकर लोगों में जागरूकता की कमी है, जबकि इन बीमारियों पर पूरी तरह नियत्रंण पाया जा सकता है। माधवबाग इन बीमारियों के शोध आयुर्वेदिक उपचार के लिए प्रसिद्ध है। संस्थान इन बीमारियों पर पिछले 15 साल से काम कर रहा है, और अब तक 10 लाख से अधिक लोगों को इन पद्धति द्वारा ठीक कर चुका है। उन्होंने बताया कि उनके शोध का प्रकाशन अनेक इंटरनेशनल जर्नल्स में भी हो चुका है।
डॉ आशीष पांडेय ने बताया कि हमारे द्वारा ठीक किये गये मरीजों के सभी रिकॉड्स मौजूद हैं, इन्हें कभी भी देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस अभियान में माधवबाग के एक्सपर्ट द्वारा इन बीमारियों पर प्रदेश भर में अवेयरनेस लेक्चर और सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही प्रोग्राम में आने वाले लोगों की ब्लड प्रेशर, शुगर, हार्ट रेट, बीएमआई और ऑक्सीजन लेवल की जांच की जाएगी। जिन मरीजों में हार्ट, शुगर और ब्लड प्रेशर के बीमारी के लक्षण पाए जाएंगे उनकी आयुर्वेद की शोध आधारित रिवर्स ब्लॉकेज ट्रीटमेंट और रिवर्स डायबिटिज ट्रीटमेंट से बीमारी रिवर्स की जाएगी। जिन लोगों में यह बीमारी नहीं होगी उन्हें इस स्थिति को बनाए रखने के लिए संतुलित आहार, व्यायाम और दिनचर्या में परिवर्तन के बारे में बताया जाएगा।
डॉ आशीष पांडे ने बताया कि माधवबाग के मोबाइल ऐप एमआईबी पल्स भी लोगों के लिए उपलब्ध है, जिसमें वे इलाज के बारे में और अधिक जान सकेंगे। डॉ आषीष पांडे ने बताया कि लखनऊ में रिवर्स हार्ट ब्लॉकेज व रिवर्स डायबिटिज पर वर्कशॉप का आयोजन इसी सप्ताह किया जाएगा। जिसकी जानकारी जल्द ही उपलब्ध करायी जाएगी।

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