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आभा पंजीकरण में देश भर में प्रथम स्थान हासिल किया लोक बंधु अस्पताल ने

-डिजि‍टली रिकॉर्ड रखने की इस आभा योजना के हैं जबरदस्‍त लाभ

सेहत टाइम्‍स

लखनऊ। प्रत्येक मरीज के उपचार का रिकॉर्ड डिजिटली रख कर लंबी-लंबी लाइनों से छुटकारा तथा उपचार व जांच संबंधी रिपोर्ट्स का रिकॉर्ड  रखने के झंझट से मुक्ति दिलाने वाली योजना आभा ABHA यानी आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट के लिए देश भर के अस्‍पतालों में किए जा रहे रजिस्ट्रेशन में यहां राजधानी लखनऊ स्थित लोक बंधु चिकित्सालय ने आज 20 फरवरी को देशभर में प्रथम स्थान पाने का गौरव हासिल किया। देशभर के अस्पतालों में चल रही इस योजना में प्रथम स्थान हासिल करने पर अस्पताल की निदेशक डॉ दीपा त्यागी ने खुशी जतायी है।

ज्ञात हो भारत सरकार द्वारा प्रत्येक मरीज के उपचार, उसकी जांच रिपोर्ट्स का रिकॉर्ड रखने सहित कई अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्यों की पूर्ति के लिए लागू की गई आभा योजना के तहत अस्पतालों में रजिस्ट्रेशन कर मरीज का आभा कार्ड बना दिया जाता है, इस आभा कार्ड को मरीज के आधार कार्ड से लिंक कर दिया जाता है। इसके रजिस्ट्रेशन के लिए अस्पताल में पृथक काउंटर खोले गए हैं एक बार रजिस्ट्रेशन होने के बाद जब मरीज दोबारा अस्पताल पहुंचता है तो उसे न तो पर्चा बनवाने की जरूरत पड़ती है और ना ही लंबी लंबी लाइन लगाने की। बस मरीज को अपना आभा रजिस्ट्रेशन नंबर बताना होता है जिसको पोर्टल पर खोलने पर उस मरीज का नाम, पता, रोग, उसके लिए किया गया उपचार, जांचें आदि का सारा रिकॉर्ड मिल जाता है, जिससे आगे के इलाज के लिए दिशा तय करने में बहुत मदद मिलती है। डॉक्‍टरों को मरीजों से पूर्व में किये गये उपचार एवं जाचों की हिस्ट्री मरीज से नहीं पूछनी पड़ती है, और ना ही मरीज को जांच रिपोर्ट को सहेज कर रखने की आवश्यकता पड़ती है।

लोक बंधु अस्‍पताल की निदेशक डॉ त्यागी ने बताया कि लोक बंधु अस्पताल में आज आभा पंजीकरण कराने वाले मरीजों की संख्या लगभग 550 से ज्यादा पहुंच गई, जो देश में नंबर वन रही। आपको बता दें अब तक लखनऊ सहित पूरे उत्तर प्रदेश में किसी भी अस्पताल को अब तक इस योजना के तहत प्रथम स्थान पर आने का गौरव हासिल नहीं हुआ था, आज यह गौरव लोक बंधु अस्‍पताल को मिला है।

डॉ त्यागी ने बताया कि इस योजना के तहत पंजीकरण कराने से मरीजों का बहुत समय बच जाता है तथा साथ ही प्रत्येक मरीज के रोगों की सही और स्पष्ट जानकारी रिकॉर्ड में रहने से उपचार के लिए सरकारी स्तर पर बनाई जाने वाली योजनाओं में इन आंकड़ों का बहुत महत्व हो सकता है।

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