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केजीएमयू ने दुनिया के शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में नाम दर्ज कराने वाले अपने संकाय सदस्यों को किया सम्मानित

-वार्षिक रिसर्च शोकेस समारोह में केजीएमयू के इस वर्ष के प्रतिभावान शोधार्थियों को भी किया सम्मानित

सेहत टाइम्स

लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ ने स्टैनफोर्ड रैंकिंग के अनुसार पिछले दिनों घोषित दुनिया के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों में शामिल किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के संकाय सदस्यों को आज अपने वार्षिक रिसर्च शो केस समारोह में सम्मानित किया। इस सूची में केजीएमयू के जिन 12 वैज्ञानिकों का नाम शामिल हैं उनमें प्रो आरके गर्ग, न्यूरोलॉजी, डॉ सुजीत कुमार कर, मनोचिकित्सा, प्रो शैलेंद्र कुमार सक्सेना, सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च, प्रो राजेश वर्मा, न्यूरोलॉजी, प्रो सूर्यकांत, रेस्पिरेटरी मेडिसिन, प्रो शैली अवस्थी, बाल रोग, प्रो एके सिंह, प्लास्टिक सर्जरी, प्रो रश्मि कुमार, बाल रोग, प्रो यूसी चतुर्वेदी, माइक्रोबायोलॉजी, प्रो एए मेहदी, बायोकेमिस्ट्री, प्रो दिव्या मेहरोत्रा, ओएमएफएस और प्रो. अमिता जैन, माइक्रोबायोलॉजी हैं।

रिसर्च सेल ने आज 23 दिसंबर को प्रात: 11 बजे से किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, यूपी, लखनऊ के ब्राउन हॉल, प्रशासनिक भवन में वार्षिक रिसर्च शोकेस समारोह का आयोजन किया। रिसर्च शोकेस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्वविद्यालय के प्रकाशित एवं चल रहे शोध कार्यों को प्रस्तुत करना था। कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद ने सभी का स्वागत करते हुए संकाय सदस्यों और छात्रों का मार्गदर्शन और उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने शोध कार्यों के लिए संस्थान की ओर से निरन्तर समर्थन की घोषणा की, उन्होंने हाल ही में केजीएमयू में शोध के लिए वित्तपोषण में अभूतपूर्ण वृद्धि की भी घोषणा की।

डीन रिसर्च, प्रोफेसर हरदीप सिंह मल्होत्रा ने इस अवसर पर वार्षिक रिपोर्ट और भविष्य की योजना प्रस्तुत की। प्रोफेसर अमिता जैन, डीन, एकेडेमिक्स ने मुख्य अतिथि प्रोफेसर सुदीप गुप्ता का परिचय कराया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टाटा मेमोरियल सेंटर और होमी भाभा नेशनल इंस्टीट्यूट मुंबई के निदेशक प्रो. सुदीप गुप्ता ‘मैं सोचता हूँ, इसलिए मैं हूँ विषय पर “प्रो. देवेंद्र गुप्ता व्याख्यान” दिया। समारोह के दौरान विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों और छात्रों को विभिन्न शोध पुरस्कार प्रदान किए गए।

इस वर्ष के लिए जिन चिकित्सकों को आज उनके शोध के लिए पुरस्कार दिये गये उनमें डॉ. शालिनी त्रिपाठी, बाल रोग विभाग को वर्ष 2023 के लिए ‘प्रो. धावेंद्र कुमार युवा अन्वेषक स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। डॉ. शिप्रा कार्तिक, जिन्होंने फार्माकोलॉजी और थेरेप्यूटिक्स विभाग के प्रोफेसर ऋषि पाल, के मार्गदर्शन में अपना डॉक्टरेट पूरा किया है, को “सर्वश्रेष्ठ डॉक्टरेट थीसिस” के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया। इसी प्रकार शिवांगी सिंह, बीडीएस 2020 बैच की छात्रा को वर्ष 2023-24 के लिए ‘उत्कृष्ट स्नातक शोधकर्ता का पुरस्कार दिया गया।

समारोह में जिन संकाय सदस्यों और छात्रों को सर्वश्रेष्ठ प्रकाशन पुरस्कार मिले उनमें 1. डॉ. शैलेंद्र के. सक्सेना, सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च को ‘प्री-क्लिनिकल श्रेणी’ में, 2. डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह, सेंटर फॉर एडवास्ड रिसर्च को पैरा-क्लिनिकल श्रेणी’ में, 3. डॉ. मनीष कुमार मनार, कम्युनिटी मेडिसिन विभाग को ‘क्लिनिकल मेडिकल श्रेणी में, 4. डॉ. शेफाली गौतम, एनेस्थिसियोलॉजी विभाग को ‘क्लिनिकल सर्जिकल श्रेणी में, 5. डॉ. सौम्येंद्र विक्रम सिंह, प्रोस्थोडोन्टिक्स विभाग को ‘डेंटल श्रेणी में, 6. सुधा मिश्रा, नर्सिंग कॉलेज को ‘पैरा मेडिकल और नर्सिंग संकाय श्रेणी’ में, 7. डॉ. अक्षी, जूनियर रेजिडेंट प्रोस्थोडोन्टिक्स विभाग को ‘पीजी छात्र श्रेणी में, 8. सुभाजीत रॉय, एम.बी.बी.एस. छात्र को ‘यूजी छात्र श्रेणी में तथा 9. डॉ. आनंद पांडे, पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग को ‘इंट्राम्यूरल अनुदान श्रेणी में पुरस्कार प्रदान किये गये। कुल 77 से अधिक संकाय और छात्रों को ‘अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए प्रमाण पत्र और प्रशंसा पत्र प्रदान किए गए।

इस मौके पर विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों और छात्रों द्वारा पिछले एक वर्ष के दौरान लिखी गई 17 विभिन्न पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीरज कुमार और डॉ. प्रज्ञा पाण्डेय ने किया।
अंत में, डॉ. सुजीत कुमार कार, उप डीन एथिक्स ने उपस्थित सभी लोगों और कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने वाले संकाय सदस्यों और कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।

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