-किसानों के आंदोलन में जबरदस्त तरीके से चढ़ गया है राजनीतिक रंग
लखनऊ/नयी दिल्ली। दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल की सरकार ने कृषि से जुड़े तीनों कानून को खारिज करते हुए कृषि कानून की कॉपी आज विधानसभा में फाड़ दी। उन्होंने केंद्र सरकार से कहा कि आप अंग्रेजों से भी बद्तर न बनें। उन्होंने कहा कि इन कानूनों को फाड़ने में मुझे दर्द हो रहा है लेकिन आज जब किसान सड़कों पर है तो मैं खामोश नहीं बैठ सकता हूं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली विधानसभा का आज विशेष सत्र बुलाया गया था। इस सत्र में केंद्र द्वारा लाये गये कृषि कानून को वापस लेने की मांग करते हुए यह भी केंद्र से पूछा कि कोरोना महामारी के दौरान इन कानूनों को पारित करने की जल्दी क्या थी।
ज्ञात हो कानून के खिलाफ यूपी, हरियाणा के बॉर्डर पर किसान 22 दिन से आंदोलनरत हैं। आंदोलन में राजनीतिक पार्टियों के कूदने से मामला उलझता जा रहा है। केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को भड़काने के लिए कांग्रेस सहित आप, समाजवादी पाटी जैसे दलों को जिम्मेदार ठहरा रही है। जबकि कांग्रेस, आप और अन्य पार्टियां लगातार केंद्र सरकार पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगा रही हैं। इसी क्रम में दिल्ली सरकार ने आज विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर केंद्र सरकार के बनाये गये तीनों कृषि कानूनों को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने तीनों कानूनों की प्रतियां फाड़ कर विरोध