-आयुष्मान भव पखवाड़ा के तहत विभाग में लोगों को रोजाना किया जा रहा जागरूक
-सेहत को दुरुस्त रखने के लिए सरकारी योजनाओं को जानिये और उनका लाभ उठाइये : प्रो सूर्यकान्त
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय केजीएमयू के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग में 26 सितम्बर को आयुष्मान भव पखवाड़ा प्रारम्भ हुआ। इसके अंतर्गत एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। विभागाध्यक्ष प्रो सूर्यकान्त ने उपस्थित लोगों को ‘आयुष्मान भव’ शब्द का अर्थ बताते हुए योजना के बारे में रोचक तरीके से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भव का अर्थ है की आयु बढ़े और व्यक्ति स्वस्थ रहे। उन्होंने कहा कि इस पखवाड़े में आयुष्मान कार्ड बनवाने सहित सरकार की स्वास्थ्य सम्ब्न्धी सभी योजनाओं की जानकारी केजीएमयू में दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्वारा आयुष्मान भव कार्यक्रम का उद्घाटन किया जा चुका है तथा 13 सितंबर से पखवाड़ा प्रारंभ हो चुका है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं की जानकारी देने के लिए इस पखवाड़े का आयोजन किया गया है। सरकार की मंशा है कि स्वास्थ्य की योजनाओं के बारे जानकारी सभी तक पहुंचे, ताकि लोग इसका फायदा ले सकें। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को आयुष्मान कार्ड नहीं बना है, उन्हें चाहिये कि वे अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लें। इसके लिए यहां केजीएमयू में हमारे पल्मोनरी विभाग में विशेष व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस पर चिंता जताई थी कि आयुष्मान भारत कार्ड की बनने की गति इतनी धीमी क्यों है, यूपी में अब तक आधे से भी कम 40 प्रतिशत लोगों का आयुष्मान कार्ड बना है।
उन्होंने कहा कि इस पखवाड़े में आगामी 30 सितम्बर तक हमारे विभाग में भी इस कार्ड को बनाने की पूरी जानकारी दी जा रही है उन्होंने कहा की कि इसी परिसर में आयुष्मान भारत कार्ड बनाने वालों के प्रतिनिधि उपलब्ध रहते हैं। जिनका आयुष्मान कार्ड नहीं बना है वे उन प्रतिनिधि से जानकारी ले सकते हैं कि उनका नाम आयुष्मान कार्ड बनाने की सूची में है अथवा नहीं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 में हुई जनगणना के आधार पर आयुष्मान भारत कार्ड बनाने के लिए सूची तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड बनाने वाले प्रतिनिधि से मिलवाने में आपकी मदद के लिए हमारे विभाग के सत्येंद्र कुमार मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड के जरिये साल भर में अपना और परिवार का पांच लाख रुपये तक का इलाज फ्री करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत योजना के तहत टीबी की जांच से लेकर इलाज तक फ्री है और साथ ही पोषण के लिए इलाज के दौरान मरीज को ₹500 प्रतिमाह देने का भी प्रावधान है। आप अपने परिवार और अपने आसपास जिनको टीबी की शिकायत है उन्हें इस योजना के बारे में जानकारी दे सकते हैं।
उन्होंने कहा बहुत सी ऐसी स्वास्थ्य योजनाएं हैं जिनके बारे में लोगों को नहीं पता है, जिससे लोग इनका लाभ नहीं ले पा रहे हैं। इन योजनाओं के बारे में 30 सितम्बर तक रोजाना ओपीडी के बाद के समय इन योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद डॉ राजीव गर्ग, डॉ आरएएस कुशवाहा, डॉ संतोष कुमार, डॉ आनंद श्रीवास्तव, डॉ अजय वर्मा, डॉ दर्शन बजाज, डॉ ज्योति के साथ ही जूनियर डॉक्टरों की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप लोग हमारे विभाग के किसी भी चिकित्सक से इस बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे यहां बीड़ी-सिगरेट छुड़ाने का कार्यक्रम भी चल रहा है जिसके प्रभारी डॉ दर्शन बजाज हैं, यदि किसी को बीड़ी-सिगरेट छुड़ाना हो तो इनसे संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अपने आधार मोबाइल से लिंक जरूर करा लें वरना किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पाता है। कार्यक्रम में मरीज, उनके परिजनों के साथ ही पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के सभी चिकित्सक व स्टाफ मौजूद रहे।