-केजीएमयू इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल की तीसरी एटीएलएस ट्रेनिंग कार्यशाला में यूपी के अलावा अन्य प्रदेश के प्रतिभागी भी आये
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल द्वारा निरंतरता बनाए रखते हुए आज 21 दिसंबर को 18वीं तीन दिवसीय ‘एडवांस ट्रॉमा लाइफ सपोर्ट’ (एटीएलएस) ट्रेनिंग कार्यशाला सम्पन्न हुई। इस कार्यक्रम की विशेषता यह थी कि इस कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागी उत्तर प्रदेश ही नहीं वरन दूसरे प्रदेशों से भी आए थे, जिसमें दिल्ली, पुणे, कानपुर, जाधवपुर, जबलपुर, कोलकाता, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी, लखनऊ के कमांड हॉस्पिटल, केजीएमयू के साथ ही लखनऊ के विभिन्न निजी चिकित्सालय के कुल 24 प्रतिभागी मुख्य रूप से शामिल रहे।
कार्यशाला में सभी प्रतिभागियों को जीवन रक्षक प्रक्रियाओं के व्यावहारिक एवं क्रियाशील प्रशिक्षण देने के साथ-साथ इस बात पर भी विशेष बल दिया गया कि वह अपने-अपने क्षेत्रों के ट्रॉमा सेंटर को चिन्हित करें और उनकी नेटवर्किंग का प्रयास करें, जिससे एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल रेफर करते समय मरीज को भटकना न पड़े तथा रेफर किये जाने के उपरांत उसे कम से कम समय में उचित उपचार दिया जा सके।
इसके साथ ही स्थानांतरण के समय मरीज के शरीर को सावधानी के साथ उठाएं जिससे उसका कोई और अंग चोटिल न हो जाए। इस बार प्रतिभागी उत्तर प्रदेश के बाहरी क्षेत्र से भी आए थे तो इस बात पर भी जोर दिया गया कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी एक समान इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सके।
कार्यक्रम समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट ने सभी प्रतिभागियों को कोर्स पूरा करने पर बधाई देते हुए उन्हें इस बात के लिए प्रेरित किया कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर अन्य लोगों को प्रशिक्षित करें, जिससे अन्य लोगों को भी इसका लाभ मिल सके।
प्रशिक्षक के रूप में इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल के निदेशक डॉ विनोद जैन, केजीएमयू के ट्रॉमा सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संदीप तिवारी, डॉ समीर मिश्रा, एनेस्थीसिया विभाग की प्रो मोनिका कोहली, सर्जरी विभाग के असिसटेंट प्रोफेसर डॉ अजय कुमार पाल, प्लास्टिक सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ दिव्य नारायण उपाध्याय, एसजीपीजीआई एनेस्थीसिया विभाग के प्रो संदीप साहू, ममथा मेडिकल एवं डेंटल, खामम की डॉ अभिव्यक्ति तिवारी मुख्य रूप से उपस्थित रहीं तथा कोर्स की को-आर्डिनेटर शालिनी गुप्ता थीं।