राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने हाई कोर्ट को सौंपी रिपोर्ट
लखनऊ. गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में बच्चों की मौत के मामले में एक और अभियुक्त क्लर्क संजय त्रिपाठी को भी आज गिरफ्तार कर लिया गया है. इस बीच इस काण्ड को लेकर दाखिल कई जनहित याचिकाओं पर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने अपनी जांच रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में सौंप दी.
गोरखपुर में क्लर्क संजय त्रिपाठी को पुलिस ने आज गिरफ्तार किया है. सीओ कैन्ट अभिषेक कुमार सिंह ने बताया कि आज गिरफ्तार किये गए अभियुक्त संजय त्रिपाठी को बुधवार कोर्ट में पेश कर रिमांड के लिए आवेदन करेंगे. ज्ञात हो इस मामले में अब तक डॉ. राजीव, डॉ. पूर्णिमा शुक्ला, डॉ. कफील, डॉ. सतीश, क्लर्क सुधीर पाण्डेय और आज गिरफ्तार क्लर्क संजय त्रिपाठी की गिरफ्तारी हो चुकी है. इनमें सुधीर पाण्डेय ने कोर्ट में सरेंडर किया था.
दूसरी ओर आज राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने बंद लिफाफे में हाई कोर्ट में जो जांच रिपोर्ट सौंपी है उस पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सुनवाई की अगली तिथि 18 सितम्बर को दोनों रिपोर्टों के लिफाफे कोर्ट के समक्ष खोले जाने का आदेश दिया है. गौरतलब है कि गोरखपुर मेडिकल कालेज में बच्चों की मौत के मामले में लोकेश खुराना, कमलेश सिंह और सुनीता शर्मा, रामेन्द्र नाथ और यूथ बार एशोसिएसन ऑफ इण्डिया सहित नौ याचिकायें दाखिल की गई थी. मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस डीबी भोसले और जस्टिस एमके गुप्ता की डिवीजन बेंच कर रही है.
सभी याचिकाओं पर इलाहाबाद हाईकोर्ट एक साथ सुनवाई कर रही है. बीआरडी मेडिकल कालेज में बच्चों की मौत के मामले में दाखिल जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 31 अगस्त को सचिव उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण से 12 सितम्बर को जांच रिपोर्ट तलब की थी.
कोर्ट ने जांच रिपोर्ट में बच्चों की मौतों की वजह और डॉक्टरों द्वारा इंसेफेलाइटिस की जानलेवा बीमारी के इलाज के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी मांगी थी.