एसएसपी आवास पहुंचे पदाधिकारी व सदस्य, पुलिस न करे उत्पीड़न, जांच में पूर्ण सहयोग करेंगे
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में एक मनोरोगी की मौत के मामले में कानूनी रूप से फंसे मनोचिकित्सक डॉ.प्रशांत शुक्ल के पक्ष में आईएमए(इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) के पदाधिकारी खड़े हो गये हैं। गुरुवार को आईएमए पदाधिकारियों की आकस्मिक बैठक बुलाकर मुददे पर चर्चा हुई। इसके बाद आईएमए यूपी के अध्यक्ष डॉ एएम खान के नेतृत्व में बड़ी संख्या में आईएमए पदाधिकारी व सदस्य एसएसपी आवास पहुंचे तथा एसएसपी से मिलकर ज्ञापन सौंपा। एसएसपी ने इस सम्बन्ध में आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जायेगी तथा चिकित्सक यह सुनिश्चित किया जायेगा कि चिकित्सक का उत्पीड़न न हो।
एसएसपी के सौंपे इस ज्ञापन में आर्इएमए ने कहा है कि डॉ शुक्ल को लेकर न्याय किया जाये अन्यथा दूसरे चिकित्सकों में भी भय का संदेश जायेगा और वे इमरजेंसी की स्थिति में भी मानसिक रोगी का इलाज करने से डरेंगे जो कि समाज के लिए हितकर नहीं होगा। साथ ही यह भी कहा गया है कि इस सम्बन्ध में पुलिस की जांच में डॉ शुक्ला पूरा सहयोग करेंगे।
इस संबंध में हुई बैठक की जानकारी देते हुए पदाधिकारियों ने बताया कि डॉ.प्रशांत शुक्ल, पुराने आईएमए सदस्य हैं, वह मानसिक रोग अस्पताल संचालित करते हैं और रोगियों का इलाज करते हैं। उन पर एक मृतक मानसिक रोगी के परिवारीजनों ने हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया है। जोकि पूर्णतया गलत है, क्योंकि मृत्यु के समय मौके पर वे चिकित्सक उपस्थिति भी नहीं थे इसके बावजूद उन्हें हत्यारोपित बना दिया गया।
आईएमए पदाधिकारियों का कहना है कि अगर डॉ.शुक्ल के खिलाफ कोई कानूनी व दंडात्मक कार्यवाई की जाती है तो समाज के अन्य चिकित्सकों में भी भय व्याप्त होगा और मानसिक रोगी व इमरजेंसी में चिकित्सकीय सेवाएं देने में व्यवधान आयेगा। बैठक में कहा गया कि अगर कोई मरीज की मृत्यु अस्पताल में होती है तो इसमें धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज करने का क्या औचित्य है।
एसएसपी से मिलने गये चिकित्सकों में डॉ एएम खान, डॉ पीके गुप्ता, डॉ सुनीता चन्द्रा, डॉ मोहम्मद अलीम सिद्दीकी, डॉ अभिनव पाण्डेय, डॉ आदर्श त्रिपाठी, डॉ वारिजा सेठ, डॉ शाश्वत सक्सेना समेत दर्जनों चिकित्सक शामिल थे। आईएमए भवन में हुई बैठक में आईएमए यूपी के अध्यक्ष डॉ एएम खान, आईएमए यूपी की महिला अध्यक्ष डॉ रुखसाना खान, आईएमए लखनऊ के अध्यक्ष डॉ जीपी सिंह, संयुक्त सचिव डॉ सरिता सिंह, डॉ प्रांजल अग्रवाल सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे।