-शासन-प्रशासन ने जारी की क्या करें-क्या न करें की सलाह
सेहत टाइम्स
लखनऊ। डेंगू एवं मच्छर जनित रोगों का प्रकोप बढ़ने लगा है, ऐसे में शासन-प्रशासन की ओर से भी इससे निपटने के प्रयास शुरू हो चुके हैं। इसी क्रम में जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार की ओर से लोगों से अपील की गयी है कि वे इन रोगों से बचने के लिए सावधानी बरतते हुए कुछ बातों का ध्यान रखें, कौन से ऐसे कार्य हैं जो करें और कौन से ऐसे कार्य हैं जो न करें।
क्या करें-
- घर मे या घर के आस पास कूलर, बाल्टी, बैरल, फूलदान, बर्ड बाथ, फ्रीज, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें तथा खुला न रखें।
- टूटे बर्तन, अनुपयोगी बोतल, टिन, पुराने टायर, और कबाड़ को घर मे न जमा होने दें और न ही घर के पास उन्हें फेंकें। उक्त चीजों का उचित निस्तारण सुनिश्चित कराए ताकि उसमें मच्छरों की ब्रीडिंग न हो पाए।
- घर के पास पानी एकत्रित न होने दें। पानी एकत्रित होने वाले स्थानों को मिट्टी से भर दें। यदि संभव हो तो कुछ बूंदें मिट्टी की तेल/जले हुए मोबिल आयल को अवश्य डाल दें।
- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- शरीर पर मच्छर निरोधक क्रीम / नीम तथा सरसों का तेल खुले भागो में लगायें।
- नीम की पत्ती का धुआं करें।
- शरीर को ढंक कर रखें। फुल आस्तीन के कपडे़ पहनें।
- बुखार होने पर नजदीक के राजकीय चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच एवं उपचार अवश्य करायें।
- बिना चिकित्सक के परामर्श के दवा का प्रयोग न करें।
- दरवाजा, खिड़कियों और रोशनदानों में मच्छर रोधी जाली लगवायें।
- सभी अनुपयुक्त वस्तुएं जिनमें पानी भर सकता है, उनका निस्तारण करें।
- फूलदान, पौधों के बरतन, चिड़ियों के लिए या अन्य एकत्रित जल को प्रति सप्ताह बदलें।
- मच्छर भगाने वाली क्रीम ऐरोसॉल, क्वायल आदि का प्रयोग करें।
- मच्छर दानी का प्रयोग करें, डेंगू संक्रमण काल में बुखार होने पर दिन में भी मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- बुखार होने पर पैरासीटामॉल, अधिक मात्रा में तरल पदार्थ लें और आराम करें।
क्या न करें
- घर और घर के आस-पास अनावश्यक पानी का ठहराव न होने दें।
- टूटे समान टायर, बर्तन, शीशी को खुले में न रखें या फेंकें।
- डेंगू रोग के लिए कोई विशेष औषधि नहीं है, स्वयं दवाई न लें, बुखार होने पर चिकित्सक से सलाह लें।
- एस्प्रिन (Aspirin) का प्रयोग न करें।
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