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गर्भनिरोधक के बारे पूछने में झिझक रही हैं तो मोबाइल पर ‘तनु से पूछें’

‘Ask Tanu’ चैटबोट में चैटिंग के माध्‍यम से मिलते हैं तनु नाम की करेक्‍टर से उत्‍तर
-माहवारी के समय अगर होता है दर्द, तो आपकी मदद करेगा ऐप ‘Bare Your Pain’
-महिलाओं की परेशानी को दूर करने के लिए बायर का डिजिटल समाधान

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। गर्भनिरोधक इस्‍तेमाल करने सम्‍बन्‍धी जिन सवालों को पूछने में महिलाएं अक्‍सर झिझकती हैं, या इन बातों को किसी के साथा साझा नहीं करना चाहती हैं, तो ऐसी महिलाओं के लिए बायर कम्‍पनी ने डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य के क्षेत्र में एक नया चैट बोट ‘Ask Tanu’ लॉन्‍च किया है, इसके अतिरिक्‍त जिन महिलाओं को माहवारी के समय अत्‍यधिक दर्द होता है या एंडोमेट्रियोसिस बीमारी की शिकार हैं, को बेहतर ढंग से मैनेज करने के लिए ‘Bare Your Pain’ ऐप लॉन्‍च किया है। इनमें अंग्रेजी और हिन्‍दी में प्रश्‍न पूछे जा सकते हैं।

यह जानकारी आज यहां होटल पिकैडली में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में आगरा के गायनीकोलॉजिस्‍ट तथा ऑब्‍स्‍टेट्रिशियन डॉ नरेन्‍द्र मल्‍होत्रा, मुंबई के गायनीकोलॉजिस्‍ट तथा ऑब्‍स्‍टेट्रिशियन डॉ नोजर शेरियार ने देते हुए बताया कि गर्भनिरोध के लिए तो आजकल बहुत से विकल्‍प मौजूद हैं, अब इनमें आपको कौन सा चाहिये, इस बारे में फैसला करना आसान नहीं होता है, कभी-कभी महिलायें इन बातों को पूछने में भी झिझकती हैं, कि इस तरह के प्रश्‍न करने में उनके बारे में कोई क्‍या सोचेगा। यही नहीं इस संकोचवश महिलायें कई बार गलत जानकारी का शिकार भी हो जाती हैं, तो ऐसी महिलाओं के लिए ‘Ask Tanu’ उनके हर प्रश्‍न का सही और साइंटिफि‍क तरीके से उत्‍तर चैट के माध्‍यम से पाने का अच्‍छा माध्‍यम है। उन्‍होंने बताया कि देश की आधी जनसंख्‍या 25 वर्ष से भी कम उम्र की है, ऐसे में युवाओं को गर्भनिरोध का इस्‍तेमाल करने के बारे में जागरूकता फैलाने की जरूरत है। डॉ शेरियार ने कहा कि एनएफएचएस 4 सर्वे के अनुसार 15 से 49 वर्ष की 47 फीसदी शादीशुदा महिलायें किसी भी तरह के परिवार नियोजन के साधनों का इस्‍तेमाल नहीं करती हैं।

विशेषज्ञद्वय ने बताया कि इसी प्रकार ‘Bare Your Pain’ ऐप जो लॉन्‍च किया गया है, इसके माध्‍यम से महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस को बेहतर ढंग से मैनेज करने में मदद मिलेगी। उन्‍होंने बताया कि इस बीमारी से पूरी दुनियामें 17.6 करोड़ महिलायें ग्रसित हैं जिनमें 2.6 करोड़ अकेले भारत में हैं। एंडोमेट्रियोसिस के कारण महिलाओं को माहवारी के समय अत्‍यन्‍त पीड़ा होती है। यह ऐप ऐसी महिलाओं को बेहतर तरीके से अपनी इस स्थिति की देखभाल करने और इस पर नजर रखने में सक्षम बनायेगा। उन्‍होंने बताया कि इस ऐप का यह भी फायदा होगा कि बेहतर जानकारी पाने के बाद जब महिलायें अपनी डॉक्‍टर के पास जायेंगे और अपनी दिक्‍कत पर चर्चा करने और उसके परिणाम के बारे में और ज्‍यादा जानकारी रख कर उसका समाधान पूछ सकेंगी।

पत्रकार वार्ता में मौजूद बायर जायडस फार्मा के मैनेजिंग डाइरेक्‍टर तथा बायर के साउथ एशिया हेड मनोज सक्‍सेना ने बताया कि ‘Ask Tanu’ महिलाओं को गर्भनिरोध से सम्‍बन्धित अपने वे प्रश्‍न, जिन्‍हें अपने परिवारीजन, मित्र से पूछने में भी झिझक होती है, उन प्रश्‍नों का उत्‍तर उन्‍हें इस चैटबोट से अपनी पूरी गोपनीयता बरतते हुए मिल जायेगा। उन्‍होंने बताया कि ‘Ask Tanu’ चैटबोट में दरअसल तनु नाम की करेक्‍टर को प्रश्‍न का उत्‍तर चैटिंग करते हुए देने के लिए रोबोट की माफि‍क बनाया गया है। इसलिए चैटिंग के समय भी महिलाओं को झिझक नहीं महसूस होगी। उन्‍होंने बताया कि ‘Ask Tanu’ में गर्भनिरोध से सम्‍बन्‍धी तमाम प्रकार के प्रश्‍नों को तनु नाम के करेक्‍टर रोबोट में फीड किया जा चुका है, जो चिकित्‍सक के जवाबों पर आधारित हैं, फि‍र भी अगर कोई ऐसा प्रश्‍न होगा जिसका जवाब तुरंत नहीं मिल सकेगा तो उसका उत्‍तर बाद में चिकित्‍सक से पूछकर दिया जाने का सिस्‍टम भी है। इसी तरह से नये-नये प्रश्‍नों के चिकित्‍सकों द्वारा बताये गये उत्‍तर तनु नाम के करेक्‍टर में फीड होते रहेंगे और जानकारी का दायरा बढ़ता जायेगा।

मनोज सक्‍सेना ने कहा कि इसी प्रकार महिलाओं की पीड़ा को समझते हुए ‘Bare Your Pain’ ऐप को बायर द्वारा लॉन्‍च किया गया है, इसमें भी चिकित्‍सकों की सलाह के अनुसार ही एंडोमेट्रियोसिस जैसी बीमारी को मैनेज करने में प्रयोग की जाने वाली जानकारी दी गयी है। उन्‍होंने कहा कि इसलिए महिलाओं को इन सब दिक्‍कतों को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है, उन्‍हें जरूरत है मोबाइल फोन उठाने की।