सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। कोरोना की दूसरी लहर में होम आइसोलेशन में रहने वाले रोगियों की ऑक्सीजन कम होने की शिकायतें बढ़ गई हैं। इस पर नजर रखने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर से रीडिंग ली जाती है। ऐसे में अवश्य किया है कि इसका इस्तेमाल करने में पूर्ण सावधानी बरती जाए जिससे सही रीडिंग का पता चलता रहे। इसी संबंध में जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के प्रोफेसर डॉ विनोद जैन ने एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं देखें वीडियो

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