-केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन यूपी की वाराणसी में आयोजित कार्यकारिणी की बैठक में अनेक मुद्दों पर चर्चा और निर्णय
सेहत टाइम्स
लखनऊ। केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन यूपी ने फैसला किया है कि ऑन लाइन फार्मेसी के विरोध को और गति प्रदान की जाएगी तथा इस मुद्दे पर शीघ्र बंदी की भी तैयारी होगी। इसके साथ ही कुछ अन्य फैसले भी फेडरेशन की कार्यकारिणी की बैठक में लिये गये हैं।
कार्यकारिणी की बैठक की जानकारी देते हुए प्रवक्ता व लखनऊ केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश कुमार ने बताया कि वाराणसी के रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में प्रदेश संगठन के कार्यकारिणी की बैठक में उन्होंने लखनऊ शाखा के अन्य पदाधिकारियों के साथ हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि उप मुख्यमंत्री, ब्रजेश पाठक को मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में हिस्सा लेना था लेकिन वे राष्ट्रपति चुनाव की वजह से उपस्थित नहीं हो सके। उन्होंने वीडियो मैसेज द्वारा अपनी शुभकामनायें राज्य के समस्त दवा व्यापारियों कों दी।
सुरेश कुमार ने बताया कि आयुष मंत्रालय और FDA, राज्य मंत्री दुर्गा शंकर मिश्र, दयालु इस सभा में उपस्थित रहे, उन्होंने अपने उद्बोधन में दवा व्यापारियों के हित की रक्षा का आश्वासन दिया।
सुरेश कुमार ने बताया कि इस बैठक में राज्य के 67 जिलों के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। इस मौके पर आयोजित बैठक में यह भी फैसला लिया गया है कि ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट में संसोधन पर फिर सरकार को विस्तृत ज्ञापन दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त बड़े ऑन लाइन प्लेयर के विरुद्ध शीघ्र केमिस्ट ऐप को लॉन्च किया जायेगा, कंपनी द्वारा मार्जिन कम करने पर फिर से संघर्ष शुरू होगा। उन्होंने कहा कि बैठक में पदाधिकारियों का कहना था कि ऑन लाइन फार्मेसी फार्मासिस्ट की अनिवार्यता के नियम का उल्लंघन कर रही हैँ, ऐसे में ऑफलाइन में भी इसकी अनिवार्यता समाप्त होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त तय किया गया कि GST से त्रस्त दवा व्यापारियों की समस्याओं को शीघ्र GST कमिश्नर से मिलकर उसका समाधान करवाया जायेगा। बैठक में यह भी तय किया गया कि SUBSTANDARD, MISBRANDED, तथा SPURIOUS ड्रग के विरुद्ध आंदोलन चलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा अन्य और विषयों पर भी चर्चा हुई।