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डॉ सूर्यकान्त चुने गये आईएमए- एकेडेमी ऑफ मेडिकल स्पेशियलिटीज के राष्ट्रीय उपाध्‍यक्ष

-आईएमए की राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी में चुने जाने वाले लखनऊ के प्रथम चिकित्‍सक बने

डॉ सूर्यकान्त

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, उ0प्र0,लखनऊ के रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सूर्यकान्त को भारत के चिकित्सकों की प्रमुख एवं प्रतिष्ठित संस्था इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन-एकेडेमी ऑफ मेडिकल स्पेशियलिटीज (आई.एम.ए-ए.एम.एस.) का राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन चुना गया है। ज्ञात रहे कि आई.एम.ए. की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का हाल ही में चुनाव सम्पन्न हुआ तथा नयी कार्यकारणी का गठन एवं प्रतिस्थापन 28 दिसम्बर को सम्पन्न हुआ।

डॉ सूर्यकान्त वर्ष 2018 में आईएमए, लखनऊ के अध्यक्ष रह चुके हैं एवं वर्तमान में आई.एम.ए मानद प्रोफेसर भी हैं। डॉ सूर्यकान्त वर्ष 2019 में आई.एम.ए एकेडेमी ऑफ मेडिकल स्पेशलटीज, उ0प्र0 के चेयरमैन भी रह चुके हैं तथा वे कई वर्षों से आई.एम.ए की उ0प्र0 एवं राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य हैं। हाल ही में डॉ सूर्यकान्त को आईएमए के जर्नल के राष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड के सदस्य के रूप में भी नामित किया जा चुका है। डॉ सूर्यकान्त लखनऊ के पहले चिकित्सक हैं, जिन्हें आई.एम.ए. की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में चुना गया है। आई.एम.ए देश की मॉडर्न सिस्टम ऑफ मेडिसिन की एक राष्ट्रीय एवं प्रतिष्ठित संस्था है जिस संस्था में लगभग 4 लाख सदस्य हैं।

ज्ञात रहे कि डॉ सूर्यकान्त इण्डियन कॉलेज ऑफ एलर्जी, अस्थमा एण्ड एप्लाइड इम्यूनोलॉजी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, इसके साथ ही चेस्ट रोगों के विशेषज्ञों की राष्ट्रीय संस्थाओं नेशनल कालेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन (एन0सी0सी0पी0) एवं इण्डियन चेस्ट सोसाइटी के भी राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। पूर्व में डॉ सूर्यकान्त इण्डियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन के मेडिकल साइंस प्रभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वे उत्तर प्रदेश ट्यूबरकुलोसिस स्टेट टास्क फोर्स, के चेयरमैन पद पर भी कार्यरत हैं।

डॉ सूर्यकान्त लगभग अब तक की 127 अंतर्राष्‍ट्रीय, राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर के अनेकों पुरस्कार व फैलोशिप अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इण्डियन मेडिकल एसोसियेशन द्वारा प्रतिष्ठित डॉक्टर लैचमैन्स कैंसर अवएरनेस एण्ड रिसर्च अवार्ड, आईएमए प्रेसिडेन्ट एप्रिसिएशन अवार्ड, आई.एम.ए सीजीपी फैलोशिप व आई.एम.ए के अन्य विभिन्न पुरस्‍कारों  से सम्मानित किया जा चुका है।  इसके साथ ही वे 16 पुस्तकों के लेखक हैं एवं उनके लगभग 500 से अधिक शोधपत्रों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्‍स में प्रकाशित किया जा चुका है, तथा उनके नाम दो अमेरि‍की पेटेंट्स भी हैं। डॉ सूर्यकान्त के जनसामान्य की चिकित्सकीय जागरूकता सम्बन्धी 600 से अधिक लेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।

डॉ सूर्यकान्त की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर आई.एम.ए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक राय, प्रदेश सचिव डॉ जयन्त शर्मा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा0 ए.एम. खान, डा0 रुखसाना खान तथा आई.एम.ए लखनऊ के पदाधिकारी डा0 रमा श्रीवास्तव, डा0 जी.पी. सिंह, डा0 जे.डी. रावत तथा अन्य चिकित्सकों ने डा0 सूर्यकान्त को बधाई दी और लखनऊ के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि बताया।

डा0 सूर्यकान्त ने आई.एम.ए के सभी चिकित्सकों को धन्यवाद दिया तथा यह आश्वासन दिया कि अपने इस 2 वर्ष के कार्यकाल में देश के विशेषज्ञ चिकित्सकों को देश की चिकित्सा क्षेत्र की प्रमुख बीमारियों के बारे में नवीनतम प्रशिक्षण दिया जायेगा तथा समाज को विभिन्न बीमारी से बचाव के लिए जागृत किया जायेगा।