-ध्यान न देने पर हो सकता है गर्भस्थ शिशु को खतरा : डॉ रुचिका गर्ग

सेहत टाइम्स ब्यूरो
आगरा/लखनऊ। गर्भावस्था के दौरान हाथ, पैर या अन्य स्थानों पर यदि ज्यादा खुजली हो रही है तो इसे अनदेखा करते हुए लापरवाही न करें, यह खुजली लिवर डिस्ऑर्डर का संकेत हो सकती है। दरअसल बहुत सी महिलाएं यह सोचकर इसकी अनदेखी कर देती हैं कि ऐसा तो होता ही है, लेकिन इससे होने वाले बच्चे को नुकसान हो सकता है, उसकी मृत्यु भी हो सकती है।
यह बात आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज के स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रुचिका गर्ग ने सेहत टाइम्स से एक विशेष बातचीत में कही। डॉ रुचिका बताती हैं कि आज भी अनेक घरों में महिलाओं की सोच यह रहती है कि गर्भावस्था के दौरान खुजली होना कोई खास बात नहीं है। उन्होंने बताया कि भारत की अगर बात करें तो करीब 8 से 9 प्रतिशत महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान इस तरह की खुजली होती है। उन्होंने बताया कि यह खुजली अधिकतर गर्भावस्था के अंतिम तीन माह में होती है। उन्होंने कहा कि खुजली होने पर अपनी डॉक्टर को इस बारे में जरूर बतायें। ऐसी स्थिति में डॉक्टर जांच कराने के साथ उसका इलाज करेंगी और साथ ही यह भी सुनिश्चित करेंगी कि ऐसी स्थिति में गर्भावस्था के साढ़े आठ महीने पर ही बच्चे का जन्म करा लें।
विश्व हेपेटाइटिस डे पर की अपील
डॉ रुचिका ने कहा कि कल 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस है, इस मौके पर मेरी सभी से अपील है कि वे हेपेटाइटिस बी का टीका अवश्य लगवायें, खासतौर पर गर्भावस्था में यह टीका लगा होना बहुत आवश्यक है, उन्होंने कहा कि जिन गर्भवती माताओं ने यह टीका लगवा लिया है वे गर्भावस्था के प्रथम तिमाही, दूसरी तिमाही व तीसरी तिमाही में हेपेटाइटिस की जांच अवश्य करा लें तथा जिन गर्भवती माताओं ने यह टीका नहीं लगवाया है उन्हें इसे लगवा लेना चाहिये।

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