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डिप्रेशन की शिकार नाबालिग बेटी ने की मां और भाई की गोली मारकर हत्‍या

-लखनऊ के पॉश इलाके में हुई घटना में किशोरी ने कबूला अपना गुनाह, राष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज है किशोरी

लखनऊ।  दिल दहला देने वाली वारदात में यहां राजधानी में पॉश इलाके विक्रमादित्‍य मार्ग पर स्थित सरकारी आवास में रेल मंत्रालय दिल्‍ली में तैनात अधिकारी की डिप्रेशन की शिकार नाबालिग बेटी ने अपनी मां और भाई की गोली मारकर हत्‍या कर दी, उसने खुद को भी ब्‍लेड से नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। किशोरी राष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज है।

जानकारी में आया है कि दिल्‍ली में तैनात आरडी बाजपेई का परिवार यहां विक्रमादित्‍य मार्ग स्थित सरकारी आवास में रहता था। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय के मुताबिक रेलवे अधिकारी की बेटी अवसाद में थी, जिसके कारण उसने मां व भाई की हत्या कर दी। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। डबल मर्डर की घटना की सूचना मिलते ही  इलाके में सनसनी फैल गई। आरडी बाजपेई दिल्ली में इन्फॉर्मेशन एंड पब्लिकेशन में तैनात हैं। उनकी पत्नी मालिनी, बेटा सर्वदत्त और बेटी विक्रमादित्य मार्ग स्थित सरकारी आवास में रहते हैं। सरकारी आवास में शनिवार को पत्नी, बेटी व बेटा मौजूद थे।

दिन में करीब साढ़े तीन बजे डायल 112 पर पुलिस को डबल मर्डर की सूचना मिली। इसके बाद डीजीपी एचसी अवस्थी और पुलिस आयुक्त घटना स्थल पर पहुँचे। डीजीपी ने मौके का मुआयना किया और पुलिस आयुक्त से पूरी घटना की जानकारी ली। उधर, रेलवे के कई बड़े अधिकारी भी वहां पहुँच गए।

घटना की जानकारी आरडी बाजपेई की बेटी ने सबसे पहले अपने मामा को फोन कर दी थी। फोन पर उसने उनसे यही कहा था कि मम्मी और भैया उठ नहीं रहे हैं। इसके बाद वह रोने लगी थी। गोमतीनगर में रहने वाली आरडी बाजपेई की सास व अन्य परिवार के सदस्य विवेकानंद मार्ग स्थित आवास पर पहुँचे तो मालिनी और सर्वदत्त को मृत पड़ा देख उनके होश उड़ गये।

पूछताछ में किशोरी शुरुआत में पुलिस को गुमराह करती रही। उसने पुलिस को बताया कि शनिवार दोपहर करीब तीन बजे उसने मां व भाई को आवाज लगाई, लेकिन दोनों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके बाद वह अपने कमरे से बाहर आकर मां के पास गई तो देखा कि उनका भाई भी पड़ोस में लेटा हुआ है। दोनों को उसने जगाया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। पास जाकर देखा तो माँ व भाई लहूलुहान पड़े थे। इसके बाद उसने मामा को फोन किया।

किशोरी राष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज है और उसने कई मेडल भी जीते हैं। वह कक्षा नौ की छात्रा है। शुरुआती पूछताछ में किशोरी ने कहा कि पापा के आने के बाद ही वह कुछ बताएगी, लेकिन बाद में उसने पूरी कहानी बयां कर दी। किशोरी से जब उसके हाथ पर लगे चोट के बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि सदमे में आकर उसने खुद को चोट पहुँचाई थी।

पता चला है कि आरडी बाजपेई का शनिवार को जन्मदिन था। परिवारजन उनसे दूर लखनऊ में थे। इसलिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर उनका जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रहे थे। घर में काम करने वाली नौकरानी ने पुलिस को बताया कि शनिवार दोपहर में वह खाना बनाने आई थी। इस दौरान सभी लोगों को खाना खिलाकर वह अन्य काम करने लगी। इसके बाद मालिनी मैडम ने उसे वापस बुला लेने की बात कहकर भेज दिया। दो घंटे बाद उसे पता चला कि मालिनी व सर्वदीप की हत्या हो गई है।

पुलिस की छानबीन सामने आया है कि किशोरी ने पहले भी खुद को चोट पहुंचाई थी। किशोरी के हाथ पर चोट के पुराने निशान है। शनिवार को भी उसने ब्लड से खुद के हाथ पर चोट पहुंचाई थी और उसे छिपाने के लिए बैंडेज बांधी थी। उसने पुलिस से घटना करने की बात कबूल कर ली। पुलिस ने छानबीन की तो टमाटर की चटनी से बाथरूम के शीशे पर डिस्क्वालिफाईड ह्यूमन लिखा मिला। किशोरी ने यह लिखने के बाद शीशे पर भी फायरिंग की थी। पुलिस आयुक्त का कहना है कि .22 बोर का असलहा बरामद कर लिया गया है। किशोरी ने इसी से मां व भाई को गोली मारी थी। पूछताछ में उसने बताया कि असलहे में उसने पांच गोलियां लोड की थी, जिसमें उसने तीन गोलियां चलायी थीं।