-लोहिया संस्थान में कार्यरत जूनियर डॉक्टर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
सेहत टाइम्स
लखनऊ। डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में गुरुवार को एक जूनियर रेजीडेंट की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम के विजिट पर सक्रिय रहने वाले डॉ अमित नायक का शव स्थानीय मुंशीपुलिया इंदिरा नगर स्थित किराये के घर पर, जहां वह रहते थे, मिला है। शव के पास कई इंजेक्शन भी पड़े मिले हैं। मौत का कारण आत्महत्या बताया जा रहा है, हालांकि इसकी पुष्टि पोस्टमॉर्टम के बाद होने की संभावना है।
मिली जानकारी के अनुसार डॉ अमित नायक जो कि संस्थान से एनेस्थीसिया में एमडी कर रहे थे, तथा जूनियर रेजीडेंट के रूप में कार्यरत थे। डॉ अमित की मौत का पता तब चला जब गुरुवार को डॉ अमित अपनी इमरजेंसी ड्यूटी करने नहीं पहुंचे। साथी डॉक्टर उन्हें देखने के लिए उनके घर पहुंचे तो वहां उनका शव मिला। शव के पास कई इंजेक्शन पड़े थे। तुरंत ही पुलिस को सूचना दी गयी। पुलिस मौत के कारणों की तलाश कर रही है।
इस बीच संस्थान द्वारा भी जारी विज्ञप्ति में डॉ अमित नायक की मौत पर दुख जताते हुए बताया गया है कि संस्थान में कार्यरत डॉ अमित नायक उम्र 28 वर्ष, पुत्र हेम चंद्र नायक, निवासी-दिल्ली, संस्थान के एनेस्थीसिया विभाग में एमडी पाठ्यक्रम में अध्ययनरत जूनियर रेजिडेंट थे। उनके द्वारा 12 जनवरी को संस्थान में चल रहे नेशनल मेडिकल कमीशन निरीक्षण के दौरान सक्रिय योगदान किया गया।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि 12 जनवरी को डॉ अमित की इमरजेंसी ड्यूटी थी, ड्यूटी पर उपस्थित न होने की दशा में विभाग द्वारा सायं 6.30 बजे उनसे दूरभाष पर संपर्क किया गया, परंतु उत्तर न मिलने पर किसी अप्रिय घटना के दृष्टिगत विभाग के कुछ रेजिडेंट डॉक्टर मुंशी पुलिया स्थित डॉ नायक के घर (जहां वह किराए पर रहते थे) गए। घर पर डॉ अमित नायक मृत मिले।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस बात की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई। पुलिस द्वारा डॉ अमित नायक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। सूत्रों से प्राप्त सूचना के अनुसार डॉ अमित नायक शांत स्वभाव के एवं कम बोलने वाले व्यक्ति थे। डॉ नायक की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए संस्थान द्वारा शोक सभा आयोजित की गई।