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हर जिले में 2 को जलेंगी सिद्धार्थ नाथ के बयान की प्रतियां, 12 को होगा घेराव

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंका कर्मचारियों ने

 

लखनऊ। उत्‍तर  प्रदेश के फार्मेसिस्टों,लैब टेक्नीशियन और कर्मचारियों को भ्रष्टाचार के लिये जिम्मेदार बताने वाले प्रदेश के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री के बयान से नाराज कर्मचारियों ने आंदोलन का बिगुल बजा दिया। आज बलरामपुर चिकित्सालय में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश से संबंधित सभी संवर्गो के प्रांतीय पदाधिकारियों की बैठक अध्यक्ष सुरेश रावत की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई ।

 

बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए महामंत्री अतुल मिश्र ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री द्वारा कर्मचारियों का अपमान किया गया है, आज बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों ने बयान की निंदा की और वर्तमान सरकार द्वारा कर्मचारियों की उपेक्षा के साथ साथ अपमान करने पर सभी ने तत्काल हड़ताल जैसे बड़े आंदोलन को करने का प्रस्ताव रखा।

 

उक्त प्रस्ताव के सापेक्ष प्रांतीय पदाधिकारियों द्वारा यह  निर्णय लिया गया कि श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह स्वास्थ्य मंत्री द्वारा खेद प्रकट करते हुए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा पूरी ईमानदारी से किये जा रहे परिश्रम को दृष्टिगत रखते हुए बयान वापस नही लिया गया तो प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन होगा। जिसके क्रम में 2 नवम्बर को हर जिले के जिला अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर बयान की प्रतियां जलाई जाएगी और उसके उपरांत भी न चेतने की दशा में 12 नवम्बर को स्वास्थ्य मंत्री के आवास का घेराव होगा जिसमें प्रदेश भर के सभी पदाधिकारी व कर्मचारी सम्मिलित होंगे।

 

अतुल मिश्र ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की दशा को सुधारने के लिए सरकार को बुनियादी ढांचे को सही करना होगा सन 1985 के उपरांत कैडर पुनर्गठन नही हुए जिसके कारण एक कर्मचारी को 10 कर्मचारियों का काम करना पड़ रहा है पर सरकार इन विषयों पर ध्यान न देकर निजीकरण को बढ़ावा दे रही हैं जिससे जनता और परेशान हैं , सरकार के गठन हुए कई माह व्यतीत हो गए पर आज तक कोई भी औपचारिक वार्ता शासन स्तर पर नही हो पाई जिससे सभी विसंगतियाँ व्याप्त है औऱ ऐसी दशा में मा मंत्री जी का इस तरह का बयान कर्मचारियों को हतोत्साहित कर रहा है जिसका दुष्परिणाम प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ेगा । ब्लड में पानी मिलाने से ब्लड हिमोलाइज हो जाता हैं जिसको सभी जानते हैं के बाद भी ऐसा  बयान यह साबित करता है कि किस अपरिपक्वता से यह बयान दिया गया है।

 

परिषद के प्रमुख उपाध्यक्ष एवं फार्मेसिस्ट महासंघ के अध्यक्ष सुनील यादव ने कहा कि प्रदेश का फार्मेसिस्ट पूरे मनोयोग से ओपीडी से लेकर 24 घंटे इमरजेंसी सेवाओ में लगा है, वी आई पी ड्यूटी, राष्ट्रीय कार्यक्रम में फार्मेसिस्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, अधिकांश प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केवल फार्मेसिस्ट ही संचालित कर रहे हैं जिससे गरीब जनता को लाभ मिल रहा है ऐसे में फार्मेसिस्ट को नेक्सस बनाकर भ्र्ष्टाचार का कारण बताना अत्यंत अपमानजनक है । इसलिये कर्मचारियों का आंदोलन करना जायज है। बैठक में कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष वी पी मिश्र ने कार्यक्रम में मोर्चे द्वारा सहयोग देने का आश्वासन देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी को तुरंत संज्ञान लेना चाहिए।

 

बैठक में परिषद के संगठन प्रमुख व डी पी ए के महामंत्री के के सचान, रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री गिरीश मिश्र, नर्सेज संघ के महामंत्री अशोक कुमार, एल टी संघ के महामंत्री बी बी सिंह , ऑप्टोमेट्रिस्ट संघ के अध्यक्ष सर्वेश पाटिल महामंत्री रविन्द्र यादव, वेटेनरी फार्मेसिस्ट संघ एवं फार्मेसिस्ट महासंघ के महामंत्री अशोक कुमार, एन एम ए संघ के अध्यक्ष सतीश यादव,प्रोवेनशियल फिजियोथेरेपी ऐसो के महामंत्री अनिल कुमार, डेंटल हाइजिनिस्ट ऐसो के अध्यक्ष डी डी त्रिपाठी, एक्स रे ऐसो के महामंत्री राम मनोहर कुशवाहा, मेडिकल कॉलेज महासंघ के अध्यक्ष विपिन त्यागी, डेंटल हाइजेनिस्ट के अध्यक्ष देश दीपक त्रिपाठी, डीपीए के जनपद अध्यक्ष जे पी नायक, संविदा फार्मेसिस्ट संघ के अध्यक्ष प्रवीण यादव अनिल श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे। बैठक में एन एच एम संघ के विजय बाजपेई भी उपस्थित थे।