-110वें स्थापना दिवस पर हुआ उद्घाटन, सीएमई भी आयोजित
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के पैथोलॉजी विभाग में कॉगुलेशन लैब का उद्घाटन सोमवार 9 जनवरी को हुआ, इस लैब के प्रारम्भ होने से अब यहां रक्तस्राव वाले रोगों की टेस्टिंग होना संभव हो गया है। कॉगुलेशन लैब का उद्घाटन विभाग के 110वें स्थापना दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि कुलपति ले.ज. डॉ बिपिन पुरी ने किया। कुलपति ने विभाग की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि कोविड काल में जिस तरह से पैथोलॉजी विभाग ने अपनी भूमिका का निर्वहन किया, वह सराहनीय है।
कॉगुलेशन लैब के बारे में विभागाध्यक्ष डॉ यूएस सिंह ने बताया कि जिन रोगों में रक्तस्राव जल्दी बंद नहीं होता है, उनमें ब्लीडिंग टाइम टेस्ट में पता लगाया जाता है कि ब्लड के थक्के कितने समय में ब्लीडिंग को रोक पा रहे हैं। कार्यक्रम में डॉ सिंह ने विभाग द्वारा किये गये कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि किस प्रकार उनका विभाग केजीएमयू के अन्य विभागों व देश-विदेश के दूसरे संस्थानों के साथ रिसर्च कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे विभाग में गुणवत्ता पूर्ण जांच सरकारी योजनाओं के अंतर्गत आने वाले मरीजों को नि:शुल्क तथा अन्य मरीजों को बहुत ही सस्ती दर पर उपलब्ध करायी जा रही है।
इस मौके पर एक सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) का भी आयोजन किया गया इसमें अमेरिका से आयी डॉ सुमिता गोखले, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई के डॉ सुमीत गुजराल और दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल की डॉ कंकरा ने अपने लेक्चर प्रस्तुत किये। डॉ सुमिता ने स्तन कैंसर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि स्तन में बहुत सी ऐसी गांठें होती हैं जो देखने में तो कैंसर लगती हैं लेकिन जांच में पता चलता है कि वे गांठ कैंसरयुक्त नहीं हैं।
डॉ सुमीत गुजराल ने नॉन-हॉजकिन लिम्फोमा के बारे में जानकारी दी। ज्ञात हो यह एक प्रकार का कैंसर है जिसमें व्हाइट ब्लड सेल्स असामान्य रूप से बढ़ते हैं जो कि कैंसर पैदा करते हैं। इसी प्रकार सर गंगाराम हॉस्पिटल से आयीं डॉ ममता कंकरा ने पैथोलॉजी लैब को एनएबीएल प्रमाण पत्र लेने के लिए क्या करना चाहिये, इस बारे में जानकारी दी। समारोह में जूनियर रेजिडेंट्स को विभाग में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त टेक्नीशियन कुसुमलता मिश्रा तथा कोरोना से हुई दो कर्मचारियों राजेश वर्मा एवं रजत के परिजनों को सम्मानित किया गया।