-केजीएमयू कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर किया अनुरोध
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कर्मचारी परिषद ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि कोविड-19 से लड़ाई में मेडिकल टीम का योगदान देखते हुए अन्य राज्य सरकारों द्वारा अपने स्वास्थ्य कर्मियों को प्रोत्साहन राशि दी जा रही है, इस क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार कोविड-19 से लड़ाई के बाद हम लोगों को कोई राशि न देकर केजीएमयू कर्मचारियों की मूलभूत वेतन विसंगतियां दूर कर दे तथा यहां काम करने वाले आउटसोर्सिंग कर्मियों को भी संजय गांधी पीजीआई व लोहिया संस्थान की भांति वेतनमान दे देंं, यही हमारे लिए विशेष प्रोत्साहन होगा।
कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष प्रदीप गंगवार द्वारा लिखे गये पत्र में कहा गया है कि इस संकट की घड़ी में मुख्यमंत्री द्वारा किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ पर अत्यधिक विश्वास जताते हुए उसे कोविड-19 का राज्य नोडल सेंटर घोषित करने के साथ-साथ प्लाज्मा थेरेपी द्वारा कोविड-19 के उपचार के लिए अपनी अनुमति प्रदान करने पर हम सभी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
पत्र में लिखा है कि कुछ राज्य सरकार द्वारा अपने प्रदेश में चिकित्सा स्वास्थ्य कर्मियों के प्रोत्साहन के लिए अतिरिक्त वेतन लाभ/वेतन वृद्धि की घोषणा की गई है लेकिन केजीएमयू कर्मचारियों का मानना है कि कोविड-19 के विरुद्ध किया जा रहा संघर्ष उनका कर्म ही नहीं धर्म भी है। इसी विचारधारा के साथ केजीएमयू का प्रत्येक कर्मचारी एवं कर्म योगी अपने कर्तव्य पथ पर डटा है। इसलिए हमें किसी अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि नहीं चाहिये, हमारे लिए सबसे बड़ा प्रोत्साहन यही होगा कि हमारे वेतन की मूलभूत विसंगतियों को दूर कर दें तथा कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे आउटसोर्सिंग कर्मियों को संजय गांधी पीजीआई व लोहिया संस्थान की भांति वेतनमान प्रदान कर दें।