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अलीगंज बीएमसी पर चला अभियान, मास्क नहीं तो टोकेंगे, कोरोना को रोकेंगे

-कोविड से बचने के लिए अभी हमारी सावधानी ही है हमारी वैक्‍सीन : डॉ नीरज बोरा

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। यह समय ऐसा है जब कोरोना के मामले कम जरूर हो रहे हैं, लेकिन चूंकि अभी न तो इसकी दवा बनी है और न ही इससे बचने के लिए वैक्‍सीन, तो ऐसे में हमारी सावधानी ही हमारी वैक्‍सीन है, यानी मास्‍क, दो गज की दूरी और समय-समय पर सैनिटाइजर या साबुन पानी से हाथों की सफाई करते रहना ही हमें कोरोना से बचाये रखेगा।

ये बातें लखनऊ-उत्तर विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. नीरज बोरा ने गुरुवार को अलीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से  मिशन शक्ति अभियान के तहत आयोजित महिला चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों के सम्मान समारोह में कहीं। इस मौके पर उन्‍होंने संस्‍था सीफार द्वारा “मास्क नहीं तो टोकेंगे, कोरोना को रोकेंगे” सम्बन्धी जो हस्ताक्षर अभियान चलाया गया उस पर अपने हस्‍ताक्षर भी किये। कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों को मास्क वितरित किये गये। डॉ बोरा ने कहा कि देश में नारी शक्ति को हमेशा सर्वोच्च दर्जा दिया गया है। हम देश, धरती और नदियों को माँ कहकर पुकारते हैं। नारी शक्ति का एक रूप है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना को मिशन शक्ति अभियान के रूप में जनता के सामने प्रस्तुत किया है।

डॉ. बोरा ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा बहुत सी योजनाएं महिलाओं के लिए ही चलायी गयी हैं, चाहे वह उज्ज्वला गैस योजना हो या परिवार के लिए राशन कार्ड की बात हो, इनके कार्ड परिवार की महिला सदस्य के नाम से ही बनाये गये हैं। उन्‍होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए भी कई कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं।

पहले से ज्‍यादा सावधान रहने की जरूरत : सीएमओ

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय भटनागर ने कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है बल्कि हमें पहले से ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। इसलिए हमें इससे बचाव के लिए मास्क लगाना, दो  गज की शारीरिक दूरी व साबुन और पानी से 40 सेकेण्ड तक हाथ धोने की बात को नहीं भूलना चाहिए।

घर के साथ ही पड़ोस की सफाई पर भी रखें नजर

इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियन्त्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ के.पी. त्रिपाठी ने कहा कि संचारी रोग अभियान 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलाया जा रहा है। संचारी रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया से हम थोड़ी सी सावधानी बरतकर बच सकते हैं। इसके लिए हमें यह ध्यान देना जरूरी है कि हम अपने घर के साथ-साथ पड़ोस की सफाई पर भी ध्यान दें।

महिला स्वास्थ्यकर्मियों को किया गया पुरस्‍कृत

इस अवसर पर डॉ नीरज बोरा ने स्वास्थ्य विभाग के संचारी रोग, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम, परिवार नियोजन, मातृ स्वास्थ्य  तथा आइसीडीएस द्वारा लगाये स्टाल का अवलोकन भी किया तथा योजनाओं के बारे में जानकारी ली। कार्यक्रम में कोविड -19 में सर्वोत्तम कार्य करने के लिए डॉ रश्मि वर्मा, डॉ अनामिका गुप्ता, डॉ गंगा नेगी, अनीता, आशा रावत, शशि वर्मा सहित कई महिला स्वास्थ्यकर्मियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम के दौरान स्वयंसेवी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च द्वारा “मास्क नहीं तो टोकेंगे, कोरोना को रोकेंगे” सम्बन्धी हस्ताक्षर अभियान चलाया गया तथा कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों को मास्क वितरित किये गये। स्वयंसेवी संस्था ममता हेल्थ इंस्टीट्यूट ऑफ़ मदर एंड चाइल्ड द्वारा मलिन बस्तियों की गर्भवती महिलाओं को मच्छरदानी का वितरण किया गया | स्वयंसेवी संस्था पोपुलेशन सर्विसेज  इंटरनेशनल (पीएसआई) द्वारा “दो गज की सामाजिक दूरी” विषय पर जागरूकता कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया |

कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक डॉ ए.के.सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनूप कुमार श्रीवास्तव, अलीगंज महिला एवं बाल  चिकित्सालय की एमओआईसी डॉ रश्मि वर्मा, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव, चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी, स्वयंसेवी संस्था सीफार, ममता एवं पीएसआई के प्रतिनिधि उपस्थित थे।