मिली एम्स ऋषिकेश से छुट्टी, दिल्ली से आने वाली जांच रिपोर्ट का इंतजार
हरिद्वार/लखनऊ। पतंजलि योगपीठ से जुड़े तमाम समर्थकों ने अब राहत की सांस ली है, बीते 24 घंटे इन समर्थकों के लिए बेहद तनाव में गुजरे। योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण को शुक्रवार को गंभीर हालत में ऋषिकेश स्थित एम्स लाया गया था। चिकित्सकों के लगातार और बेहतर प्रयास का नतीजा ये रहा कि आचार्य बालकृष्ण अब बिल्कुल ठीक हैं। वे वापस पतंजलि पहुंच चुके हैं। उनकी हालत ठीक होने पर बाबा रामदेव ने ट्वीट करके भी यह जानकारी दी। इस ट्वीट में बाबा रामदेव ने कहा है कि आप सबकी प्रार्थना एवं आशीर्वाद से पूज्य बालकृष्ण अब पूर्ण स्वस्थ हो गये हैं और उनको एम्स से डिस्चार्ज करवाकर कनखल आश्रम में ले आये हैं। हांलाकि, इन सबके बीच सोशल मीडिया पर आई खबरों ने कई सवाल खड़े किए हैं, जिनका जवाब मिलना बाकी है।
मिली जानकारी के अनुसार योगगुरु रामदेव के बेहद करीबी बालकृष्ण को शुक्रवार को चिंताजनक हालत में एम्स लाया गया। इससे पहले उनकी खराब हालत को देखते हुए हरिद्वार के भूमानंद अस्पताल से हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया था। सुबह से ही उनके शुभचिंतकों का एम्स में तांता लगा रहा। उन्हें देखने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत भी पहुंचे थे।
बताया जा रहा है कि बालकृष्ण को किसी मिलने वाले ने एक मिठाई खिलाई, जिसके बाद उनकी हालत खऱाब हो गई। अब वह शख्स कौन था। क्या उसकी मंशा साफ थी, या मिठाई खाकर आचार्य का बीमार पड़ना महज एक इत्तेफाक भर था। हांलाकि खुद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी जांच से इनकार नहीं कर रहे हैं। योगगुरू रामदेव तो खुलकर आशंका भी जता रहे हैं और जांच की बात भी कह रहे हैं।
दरअसल, आचार्य की तबीयत खराब होने के पीछे जिस मिठाई को वजह माना जा रहा है. उसकी जांच के लिए एम्स की ओर से एंजाइम को दिल्ली भेजा गया है, अब सबकुछ उस रिपोर्ट पर निर्भर है, जो दिल्ली से आनी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एम्स के डीन एकेडममिक डॉ मनोज गुप्ता की माने तो फिलहाल कुछ भी कह पाना संभव नहीं है। रिपोर्ट सामने आने के बाद ही यह पता लग पाएगा कि आचार्य की तबीयत खराब होने के पीछे वजह क्या थी। क्या वास्तव में बालकृष्ण किसी साजिश का शिकार हुए या फिर उस मिठाई (पेड़ा) में कुछ एसा था जो आचार्य को हजम नहीं हो पाया। चूंकि मामला बेहद हाई प्रोफाइल है, लिहाजा पुलिस के अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं। बताया जाता है कि ऑफ द कैमरा उनका कहना है कि अभी तक मामले में किसी तरह की कोई शिकायत नही मिली है, लिहाजा कुछ भी करना और कहना जल्दबाजी होगी।
फिलहाल एम्स प्रबंधन ने आचार्य बालकृष्ण को पूरी तरह आराम करने की सलाह दी है, लेकिन हर आम और खास की नजरें उस रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो दिल्ली से आनी है। इस रिपोर्ट के बाद ही असलियत पता चल सकेगी।