Thursday , October 30 2025

ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी सिखाने के साथ ही संगीत में डूबी शामों को यादगार बनाने की तैयारी

-इंडियन आर्थ्रोप्लास्टी एसोसिएशन की 21वीं वार्षिक राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस IAACON 2025 31 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक

-30 अक्टूबर को केजीएमयू में आयोजित होने वाली प्री कॉन्फ्रेंस कैडवरिक वर्कशॉप में पहली बार रोबो​ट का इस्तेमाल

सेहत टाइम्स

लखनऊ। देश के जाने-माने ऑर्थोपेडिक सर्जन, रिसर्चर और इंडस्ट्री एक्सपर्ट को एक ही छत के नीचे लाकर नॉलेज शेयर करने, कोलेबोरेशन को बढ़ावा देने और जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के भविष्य को आकार देने के मुख्य उद्देश्य को लेकर इंडियन आर्थ्रोप्लास्टी एसोसिएशन लखनऊ में 31 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक अपनी 21वीं वार्षिक राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस IAACON 2025 का आयोजन कर रहा है। कॉन्फ्रेंस की खास बात यह है कि 30 अक्टूबर को केजीएमयू में आयोजित की रही प्री कॉन्फ्रेंस कैडवरिक वर्कशॉप में सर्जन्स को सिखाने के लिए रोबोट का प्रयोग किया जा रहा है, आयोजकों के अनुसार इस तरह के वर्कशॉप में रोबोट का इस्तेमाल पहली बार किया जा रहा है।

कॉन्फ्रेंस की जानकारी देने के लिए बुधवार 29 अक्टूबर को आयोजन अध्यक्ष डॉ संदीप कपूर और आयोजन सचिव डॉ उत्तम गर्ग द्वारा बुलायी गयी। प्रेस वार्ता में प्री कॉन्फ्रेंस कैडवरिक वर्कशॉप के आयोजन सचिव डॉ संजीव कुमार के साथ ही इंडियन ऑर्थोपैडिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अनूप अग्रवाल भी उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि यह कॉन्फ्रेंस प्रतिभागियों के शामिल होने के क्षेत्र में भी रिकॉर्ड बनाने जा रही है क्योंकि अब तक 600 से ज्यादा पंजीकरण का आवेदन हो चुका है, जो कि पूर्व के सम्मेलनों की अपेक्षा डेढ़ गुना है। इस सम्मेलन में 20 देशों से अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ सर्जन आ रहे हैं। प्रमुख अतिथियों में एशिया पैसिफिक ऑर्थोपैडिक एसोसिएशन के प्रेसीडेंट डॉ निकोलस बुधिपरामा, एशिया पैसिफिक आर्थ्रोप्लास्टी सोसाइटी के प्रेसीडेंट डॉ डेविड चून, यूके से डॉ क्रिस डॉड, ऑस्ट्रेलिया के डॉ रामी सोरियल आदि शामिल हैं।

पत्रकार वार्ता में बताया गया कि प्री-कैडेवरिक वर्कशॉप एक हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग प्रोग्राम है जिसे सर्जरी की सटीकता और तकनीक को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें हिस्सा लेने वालों को एक्सपर्ट गाइडेंस में प्रैक्टिस करने और स्किल्स को बेहतर बनाने का मौका मिलेगा। दुनिया भर के जाने-माने सर्जन कैडेवर यानी लाशों पर सर्जरी का डेमोंस्ट्रेशन करेंगे और वे आर्थ्रोप्लास्टी के फील्ड में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी सिखाएंगे। भारत में पहली बार हम लाशों पर रोबोटिक UNI कॉन्डिलर नी रिप्लेसमेंट करने जा रहे हैं। लेटेस्ट रिसर्च और नतीजों को दिखाने वाले साइंटिफिक पेपर और पोस्टर प्रेजेंटेशन होंगे। आयोजकों ने बताया कि इसके अलावा यंग सर्जन को बोन मॉडल्स पर हैंड्स-ऑन वर्कशॉप करके रोबोटिक घुटने और कूल्हे की सर्जरी सीखने का मौका दे रहे हैं।

आयोजकों ने बताया कि सीखने-सिखाने के बाद लखनऊ जैसी सांस्कृतिक नगरी में आयोजित हो रही कॉन्फ्रेंस की शामों को संगीतमय बनाकर यादगार बनाने का पूरी तैयारी है। देश-विदेश के मेहमान संगीतमय वातावरण के बीच मशहूर सिंगर्स के साथ इनॉगरेशन डिनर का लुत्फ उठायेंगे। इसके अलावा इनॉगरेशन सेलिब्रेशन में एक रिच कल्चरल फ्लेवर का तड़का लगाने के लिए एक खास क्लासिकल डान्स का भी आयोजन किया जायेगा। बताया गया कि कॉन्फ्रेंस की 31 अक्टूबर और 1 नवम्बर की दोनों शामें मेलोडी, मूवमेंट और मैजिक को मिलाकर ऐसी यादें बनाएंगी जो IAACON 2025 की साइंटिफिक ब्रिलियंस को पूरी तरह से कॉम्प्लिमेंट करेंगी।

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