-स्प्रे मांगने को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद चिकित्सक को जबरन ले गये थाने
-संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ ने दी चेतावनी में कह दी बड़ी बात
सेहत टाइम्स
लखनऊ। गाजियाबाद में कांवडियों के लिए लगे मेडिकल कैम्प में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक के साथ पुलिस द्वारा बदसलूकी और लूट किये जाने का मामला सामने आया है। इस सम्बन्ध में संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ ने गाजियाबाद के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के महामंत्री योगेश कुमार उपाध्याय द्वारा जिलाधिकारी को सम्बोधित पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत डॉ अभिषेक राणा मुख्य चिकित्सा अधिकारी गाजियाबाद के अधीन नियुक्त हैं। जिला प्रशासन के निर्देश पर 21.07.2025 को वे राजनगर एक्स चौराहे पर स्थापित मेडिकल कैंप में रात्रिकालीन ड्यूटी (08:00 PM से 08:00 AM) में अपनी टीम के साथ तैनात थे।
कहा गया है कि रात्रि लगभग 10:00 बजे थाना सिहानी गेट, गाजियाबाद के पुलिसकर्मी उक्त स्थल पर आए और स्प्रे की मांग की। सीमित संसाधनों के कारण जब उन्हें संयमित ढंग से स्प्रे लगाने की बात कही गई तो वे आक्रोशित हो गए। उन्होंने डॉ० राणा की गाड़ी को क्षतिग्रस्त किया, गाली-गलौच की, उनकी गर्दन पकड़कर जबरन मेडिकल कैंप से बाहर निकाला, सरकारी गाड़ी में बैठाकर थाने ले गए तथा दो तोले की सोने की चैन जबरदस्ती छीन ली।

पत्र में कहा गया है कि थाने में उनसे बलपूर्वक माफीनामा लिखवाया गया। उनके सहकर्मियों द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किए जाने पर हस्तक्षेप हुआ, तब जाकर उन्हें छोड़ा गया। संघ ने कहा है कि यह अत्यंत गंभीर, निंदनीय और असंवैधानिक कृत्य है, जो स्वास्थ्यकर्मियों की गरिमा, सुरक्षा और मनोबल के खिलाफ है। पत्र में कहा गया है कि संयुक्त एन०एच०एम० संघ, उत्तर प्रदेश, जो कि भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध संगठन है, इस घटना की घोर निंदा करता है और मांग करता है कि
इस घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों पर तत्काल सख्त कार्यवाही की जाए। इसके अतिरिक्त डॉ० अभिषेक राणा की लूटी गई चेन उन्हें वापस दिलाई जाए। भविष्य में चिकित्सकीय सेवाओं में लगे कर्मियों की सुरक्षा के लिए ठोस दिशा-निर्देश जारी किए जाएं तथा घटना स्थल और थाना परिसर के CCTV फुटेज को संरक्षित कर साक्ष्य के रूप में जांच में सम्मिलित किया जाए।
पत्र में निवेदन करते हुए यह भी कहा गया है कि यदि उक्त प्रकरण में समयबद्ध कार्यवाही नहीं की जाती है, तो संघ विरोध प्रदर्शन के लिए विवश होगा एवं विषय को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर किया जाएगा। संघ ने कहा है कि हमारा संगठन भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध है, जिसकी स्थापना के 70 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 23 जुलाई 2025 को तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली में एक राष्ट्रीय सभा आयोजित की जा रही है। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में आर.एस.एस प्रमुख मोहन भागवत, केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री तथा कई उच्च सरकारी प्रतिनिधिगण सम्मिलित होंगे।
यह भी चेतावनी दी गयी है कि यदि समयसीमा में कार्यवाही नहीं होती है तो यह प्रकरण मंच से सार्वजनिक रूप से सबके संज्ञान में लाया जाएगा। पत्र में लिखा है कि संघ अपेक्षा करता है कि प्रशासनिक व्यवस्था पर जनविश्वास बनाए रखने के लिए तत्काल न्यायोचित कदम उठाया जाए।

