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एसजीपीजीआई में नवनियुक्त कार्मिकों को पढ़ाया गया आचार संहिता का पाठ

-अधिकारियों-कर्मचारियों को सशक्त और शिक्षित करने के लिए किया गया व्यापक संगोष्ठी का आयोजन

सेहत टाइम्स

लखनऊ। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ द्वारा 27 जून को “आचार संहिता” विषय पर एक व्यापक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्रो. एसएस अग्रवाल सभागार में हुआ, इसमें संस्थान के नवनियुक्त कर्मचारियों, अधिकारियों की उत्साह के साथ भागीदारी देखी गई।

यहां जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी देते हुए कहा गया है कि सत्र की शुरुआत लेफ्टिनेंट कर्नल जयदीप सिंह घुमन और प्रकाश सिंह, संयुक्त निदेशक (सामग्री प्रबंधन) के व्यावहारिक संबोधनों से हुई, जिन्होंने उत्तर प्रदेश सरकारी कर्मचारी आचरण नियम, 1956 (संशोधित 1998) को सरल, सुलभ और व्यापक तरीके से समझाया और दैनिक पेशेवर आचरण में उनकी प्रासंगिकता को रेखांकित किया। सेमिनार में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर देवेंद्र गुप्ता, आंतरिक शिकायत समिति की अध्यक्ष और गैस्ट्रो सर्जरी विभाग की प्रमुख प्रोफेसर अनु बिहारी और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निखिल चंद्रा ने भाग लिया।

इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण दो प्रतिष्ठित अतिथि वक्ताओं की उपस्थिति थी – वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी (सेवानिवृत्त) सुधीर सक्सेना और एक प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता, सुरक्षा एनजीओ की मानद सचिव और संस्थान की आंतरिक शिकायत समिति की बाहरी सदस्य शालिनी माथुर।

श्री सक्सेना ने संवैधानिक आधार और सरकारी सेवा आचरण के प्रमुख प्रावधानों, विशेष रूप से भारत के संविधान के अनुच्छेद 309 के तहत, की गहन समझ प्रदान की। उन्होंने नियम 3 (सी) पर भी विस्तार से बताया, जिसमें हर समय पूर्ण सत्यनिष्ठा और कर्तव्य के प्रति समर्पण बनाए रखने के महत्व पर बल दिया गया।
शालिनी माथुर ने “कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न की रोकथाम” पर एक आकर्षक प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने संबंधित अधिनियम की मुख्य विशेषताओं की व्याख्या की और कार्यस्थल पर महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए सभी कर्मचारियों की कानूनी और नैतिक जिम्मेदारी को रेखांकित किया। संगोष्ठी का समापन एस.एस. अशरफ, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने आयोजन टीम के प्रयासों हेतु आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए कार्यकारी समिति के संयोजक मुकेश सक्सेना (प्रशासनिक अधिकारी) तथा अश्विनी कुमार वर्मा और कुलदीप गुप्ता (वरिष्ठ प्रशासनिक सहायक) की विशेष सराहना की गई। सेमिनार में नैतिक प्रशासन, लैंगिक संवेदनशीलता तथा सुरक्षित, पारदर्शी और जिम्मेदार कार्यस्थल वातावरण बनाने के प्रति एसजीपीजीआई की प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई।

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