-7, 8, 9 फरवरी के शिविरों के लिए श्री गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा को 6 फरवरी को हरी झंडी दिखायेंगे ब्रजेश पाठक
-नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन (एनएमओ) अवध एवं गोरक्ष प्रांत पांच सालों से कर रही है आयोजन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन (एनएमओ) अवध एवं गोरक्ष प्रांत द्वारा गुरु गोरखनाथ सेवा न्यास के संयुक्त तत्वावधान में बीते पांच वर्षों से भारत-नेपाल सीमावर्ती थारू एवं वनटांगिया बहुल गांवों में लोगों को उनके द्वार पर उपचार देने के लिए “श्री गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा” का आयोजन किया जा रहा है, इसी शृंखला इस वर्ष भी एनएमओ की टीम तैयार है। 7,8 एवं 9 फरवरी को आयोजित इस यात्रा की रवानगी कल 6 फरवरी को यहां साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर से होगी। इस बार करीब 2 लाख मरीजों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। यात्रा में 55 चिकित्सा संस्थानों के करीब 800 चिकित्सक अपनी सेवाएं देंगे।
यह जानकारी आज यहां विश्व संवाद केन्द्र में आयोजित पत्रकार वार्ता में देते हुए कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी इंस्टीट्यूट के निदेशक एनएमओ की बौद्धिक सभा के प्रमुख डॉ एमएलबी भट्ट ने दी। उनके साथ पत्रकार वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष डॉ विजय कुमार, एनएमओ अवध प्रांत के सचिव डॉ शिवम मिश्र, कोषाध्यक्ष व यात्रा प्रभारी डॉ सुमित रूंगटा, डॉ जीपी सिंह, डॉ अलका रानी, डॉ कपिल शर्मा भी उपस्थित थे। डॉ भट्ट ने बताया कि यात्रा का उद्घाटन कार्यक्रम कल 6 फरवरी को सुबह 9:00 बजे अटल बिहारी बाजपेयी कन्वेशन सेंटर लखनऊ में किया जाएगा जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में दयाशंकर सिंह उपस्थित रहेंगे। जबकि यात्रा के गांव में पहुंचने पर ग्रामीण कैम्प का उद्घाटन ऑनलाइन माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस यात्रा का आयोजन उत्तर प्रदेश के 6 जिले क्रमशः लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर एवं महराजगंज को केंद्र बनाकर किया जाता है, जहाँ के सीमावर्ती गांवों में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया जाता है। इस स्वास्थ्य शिविर के अंतर्गत न केवल लोगों का सामान्य तौर पर इलाज किया जाता है बल्कि उनको सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न सेवाओं जैसे आयुष्मान कार्ड वितरण एवं आधार कार्ड पंजीकरण आदि की भी उपलब्धता कराई जाती है। इस वर्ष यह शिविर 2 लाख लोगों तक प्रत्यक्ष तौर पर पहुँचने के उद्देश्य से सीमा के 1200 से अधिक गांवों को सुविधा देने की दृष्टि से लगभग 260 स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है।
ज्ञात हो पिछले पाँच वर्षों से नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन, अवध एवं गोरक्ष प्रांत के साथ श्री गुरु गोरखनाथ सेवा न्यास यह कार्यक्रम सतत तौर पर आयोजित करा रहा है जो कि न केवल चिकित्सकों को स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से राष्ट्र सेवा से जोड़ेगा बल्कि ऐसे सुदूर क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के शोधपत्रों के प्रकाशन से नवीन जानकारियाँ भी प्राप्त करेगा।
उन्होंने बताया कि इस यात्रा में सामाजिक कल्याण मंत्रालय उत्तर प्रदेश भी अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा है जिसके अंतर्गत विभाग के विभिन्न अधिकारी जनजातीय योजनाओं का प्रचार प्रसार भी इस हेल्थ कैम्प में करेंगे। ग्रामीण कैम्प में सामाजिक कल्याण मंत्री श्री असीम अरुण जी दिनांक 7 फरवरी को उपस्थित रहेंगे जबकि राज्यमंत्री संजीव गोंड 8 फरवरी को दौरा करेंगे। पिछले वर्ष इस यात्रा में 55 चिकित्सा संस्थानों के 800 से अधिक चिकित्सकों ने भाग लिया और लगभग 1 लाख 31 हजार मरीजों तक स्वास्थ्य सेवायें पहुँचायी गई और श्री गुरु गोरखनाथ सेवा न्यास के द्वारा सभी लाभान्वित गांवों में स्वास्थ्य सेवा समितियां बनाकर इन सेवाओं को स्थायित्व भी प्रदान किया गया है।
इस यात्रा का समापन सभी जिलों में 9 फरवरी को एक विशाल स्वास्थ्य मेले के साथ किया जाएगा जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीगण सतीश शर्मा, दिनेश प्रताप सिंह, दयाशंकर सिंह एवं रजनी तिवारी जी उपस्थिति रहेंगी।
उन्होंने बताया कि इस स्वास्थ्य सेवा यात्रा के दौरान स्वच्छता, मुह एवं दंत स्वच्छता, पौष्टिक और संतुलित भोजन, माहवारी स्वास्थ्य, नशा मुक्ति और शराब उन्मूलन, तम्बाकू निषेध आदि विषयों पर जन जागरण के साथ कि एनीमिया, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज तथा अनुवांशिक रक्त रोगों यथा थैलेसेमिया और सिकल सेल एनीमिया की भी जांच की जाएगी। इस स्वास्थ्य सेवा यात्रा में विभिन्न संगठन जैसे सीमा जागरण मंच, सेवा भारती, एकल अभियान, विश्व हिंदू परिषद आदि भी अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।