-इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन के प्रतिनिधिमंडल ने उपमुख्यमंत्री से मिलकर की वार्ता
सेहत टाइम्स
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कई दशकों से प्राकृतिक चिकित्सा की प्रैक्टिस करने वाले अनुभवी वरिष्ठ व संस्थागत योग्यता प्राप्त डिप्लोमा धारक चिकित्सकों को रजिस्ट्रेशन मिलने के लिए इंटरनेशनल नेचुरोपैथी ऑर्गेनाइजेशन (आई.एन.ओ.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनंत बिरादार के नेतृत्व में प्राकृतिक चिकित्सा के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. ओमप्रकाश आनंद, डॉ. सत्येंद्र मिश्र, डॉ पूनम रानी, डॉ. नन्दलाल जिज्ञासु, डॉ. एस.एल.यादव, डॉ. एल.के. रॉय, डॉ. विनोद कुमार यादव एवं डॉ. अरुण भरारी ने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ विशेष बैठक की।
यह जानकारी देते हुए इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन उत्तर प्रदेश के राज्य कन्वीनर डॉ. नन्दलाल जिज्ञासु ने बताया कि शिष्टमंडल ने उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग के प्रचार-प्रसार रोजगार के लिए नेशनल आयुष मिशन व नेशनल हेल्थ मिशन के माध्यम से प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग चिकित्सकों की नियुक्ति करने आदि महत्वपूर्ण विषयों पर ज्ञापन दिया।
शिष्टमंडल ने प्रदेश में प्राकृतिक चिकित्सा में स्नातक (BNYS) डॉक्टर को दे रहे रजिस्ट्रेशन एवं राज्य में आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना का स्वागत करते हुए निवेदन किया कि केंद्र सरकार द्वारा 4 सितंबर 2006 की गाइडलाइन राज्य सरकार को भेजे गए दिशा-निर्देश के आधार पर यथाशीघ्र वरिष्ठ व संस्थागत योग्यता प्राप्त प्राकृतिक चिकित्सकों के पंजीयन विषय को गंभीरता पूर्वक लेते हुए ब्रजेश पाठक ने आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्रा ‘दयालु’ से टेलीफोन पर विस्तृत चर्चा की। प्रदेश में रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग के समग्र विकास, शिक्षण, प्रशिक्षण एवं अनुसंधान के लिए प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग का एक्ट बनाने के संदर्भ में यथोचित कार्यवाही के लिए लिखा।
नेशनल आयुष मिशन (NAM) के अंतर्गत इस पद्धति को प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया गया, उप मुख्यमंत्री ने शिष्टमंडल को बताया कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के दौरान एक और मीटिंग आयुष मंत्री दयालु के साथ करें।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से मीटिंग के पश्चात आई.एन.ओ. के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनन्त बिरादर ने INO उत्तर प्रदेश पदाधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए संगठित होकर राज्य में प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग के प्रचार – प्रसार में कार्य करने का आह्वान किया।
इंटरनेशनल नेचुरोपैथी ऑर्गेनाइजेशन द्वारा प्राकृतिक चिकित्सा व योग का एक्ट बनाए जाने तथा इस विधा के समग्र विकास के लिए मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन प्रेषित किया गया।