-महिला के वकील ने उकसाया था आत्मदाह की कोेशिश के लिए, वकील को किया जा चुका है गिरफ्तार
सेहत टाइम्स
लखनऊ। बीते 6 अगस्त को मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकलकर विक्रमादित्य मार्ग पर खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने वाली उन्नाव के पुरवा थाना क्षेत्र के छत्ता खेड़ा निवासी अंजली जाटव ने आज 11 अगस्त को किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। महिला का ससुरालवालों से विवाद था। इसमें दारोगा पर रिश्वत लेकर एक्शन नहीं लेने का आरोप था। पुलिस के अनुसार महिला के वकील सुनील ने महिला को आत्मदाह करने के लिए उकसाया था, महिला के मोबाइल की डीटेल से इस बात की जानकारी होने के बाद वकील को गिरफ्तार कर लिया था।
केजीएमयू के मीडिया प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह द्वारा दी गयी जानकारी में बताया गया है कि 40 वर्षीय उन्नाव निवासी महिला को आत्मदाह के प्रयास के बाद 6 अगस्त को केजीएमयू में भर्ती किया गया था। महिला को 3rd डिग्री की बर्न इंजरी थी। वह 85 प्रतिशत तक जल चुकी थी। जब उन्हें भर्ती किया गया उनकी हालत बहुत गंभीर थी। महिला का उपचार प्लास्टिक सर्जरी विभाग में किया गया। दुर्भाग्यवश, आज 11 अगस्त को अपरान्ह 1 बजकर 10 मिनट पर महिला की मृत्यु हो गई। विज्ञप्ति में महिला की मृत्यु का कारण सेप्टिक शॉक septic shock और मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन सिंड्रोम बताया गया है।
ज्ञात हो मंगलवार सुबह महिला द्वारा की गयी आत्मदाह की कोशिश में वह बुरी तरह से झुलस गई थी। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसे बचाने की कोशिश की। उसे गंभीर हालत में सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, बाद में उसे केजीएमयू रेफर कर दिया गया था।
इस मामले में महिला के वकील की फोन रिकॉर्डिंग सामने आई थी, इसमें वकील महिला को आत्मदाह के लिए उकसा रहा हैॅ, वह महिला से कह रहा है कि सीएम आवास के पास जाकर आग लगा लो फिर हड़कंप मच जाएगा और कहना कि थानेदार जातिसूचक शब्द कहकर मुझे आपमानित करता था, इससे दलित एक्ट लग जाएगा तो इसका पैसा तुम्हें अलग मिलेगा।