अपनी लंबित मांगों को लेकर दी आंदोलन की चेतावनी
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने अपनी डेढ़ साल से लंबित मांगों को लेकर केजीएमयू प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे आंदोलन करने पर बाध्य होंगे। इनकी मांगों में पदोन्नति, ए.सी.पी, एस जी पी जी आई के समान वेतनमान हेतु सम्बर्ग पुनर्गठन आदि वित्तीय समस्याएं शामिल हैं।
कर्मचारी परिषद के जी एम यू के महामंत्री प्रदीप गंगवार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि निरंतर शासन प्रशासन से पत्राचार एवं वार्ता के उपरांत भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। उन्होंने बताया कि 23 अगस्त 2016 को SGPGI के समान वेतनमान का शासनादेश कर्मियों को प्राप्त हुआ था ,परंतु डेढ़ साल बाद भी कर्मचारियों को उक्त सुविधा का लाभ प्राप्त नही हुआ है।
इसी प्रकार मुख्य सचिव द्वारा पदोन्नति करने हेतु लगातार किये आदेश को भी के जी एम यू प्रशासन ताख पर रखकर मौन है। इसी प्रकार कर्मचारियों की वरिष्ठता सूची भी अभी तक जारी नही की गई है।
गंगवार का आरोप है कि ऐसा करके केजीएमयू प्रशासन, मुख्य सचिव एवं सरकार के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए उक्त निर्देशो की अनदेखी कर रहा है एवं सरकार की छवि खराब करने पर आमादा है।
गंगवार ने बताया कि केजीएमयू प्रशासन के इस उदासीन रवैय्ये से कर्मचारियों का रोष अपने चरम पर है, उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 12 मार्च 2018 तक समयबद्ध ढंग से उक्त संदर्भित प्रकरणों का निराकरण नहीं किया गया, तो कर्मचारी परिषद हज़ारों कर्मचारियों के साथ 13 मार्च से 2 दिवसीय धरने के साथ साथ कुलपति एवं कुलसचिव का घेराव करेगी, यह भी चेतावनी दी कि इसके उपरांत भी यदि प्रशासन द्वारा संज्ञान नहीं लिया गया तो कर्मचारी परिषद एवं कर्मचारी मुख्यमंत्री एवं शासन को अवगत कराते हुए कार्य बहिष्कार हेतु बाध्य होंगे। कर्मचारी परिषद की ओर से इस फैसले से अवगत कराते हुए आंदोलन की जानकारी का पत्र कुलसचिव को लिखा गया है।