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एनेस्थीसिया जगत में खुलेंगे शोध के नये आयाम

-एसजीपीजीआईएमएस के न्यूरो एनेस्थीसिया में ई-चार्टिंग सिस्टम का शुभारंभ

-विश्व एनेस्थीसिया दिवस के अवसर पर डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम

सेहत टाइम्स

लखनऊ। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGIMS), लखनऊ में न्यूरो सर्जरी ऑपरेशन थियेटर में आज ई-चार्टिंग सिस्टम (E-Charting System) का शुभारंभ किया गया। यह कार्यक्रम विश्व एनेस्थीसिया दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया, जो एनेस्थीसिया सेवाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। ऐसी उम्मीद और विश्वास है कि आज की गयी छोटी सी शुरुआत आने वाले समय में एनेस्थीसिया के क्षेत्र में शोध कार्यों के नये आयाम खोलेगी, जो निश्चित रूप से मरीजों की भलाई ही करेंगे। कुल मिलाकर कहा जाये तो एने​स्थीसिया की दुनिया में एक क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत हो चुकी है।

इस बारे में जानकारी देते हुए आयोजन का दायित्व सम्भालने वाले डॉ सुमित सचान ने बताया कि इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) प्रभात तिवारी, विभागाध्यक्ष, एनेस्थीसियोलॉजी एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. देवेंद्र गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, एसजीपीजीआईएमएस रहे। इस प्रणाली का उद्घाटन विभाग अध्यक्ष एनेस्थीसिया एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, न्यूरोएनेस्थीसिया टीम और Cerebra.AI टीम द्वारा किया गया, जिसका नेतृत्व डॉ. रुचि वर्मा एवं डॉ. सुमित सचान ने किया।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि एनेस्थीसिया चार्टिंग का डिजिटलीकरण न केवल दस्तावेजीकरण को सरल बनाता है, बल्कि मरीज की सुरक्षा, डेटा विश्लेषण और निर्णय समर्थन प्रणाली में भी क्रांतिकारी सुधार लाता है। यह पहल मरीजों की निगरानी, दवा प्रशासन, और ऑपरेशन के दौरान होने वाली सभी घटनाओं के सटीक एवं रियल-टाइम रिकॉर्डिंग को संभव बनाती है।

इस “Transforming Anaesthesia Records into Digital Platforms” पहल के माध्यम से एसजीपीजीआईएमएस ने एनेस्थीसिया सेवाओं को आधुनिक तकनीक से जोड़ते हुए संस्थान को डिजिटल हेल्थकेयर की दिशा में अग्रणी बना दिया है।

डॉ सुमित सचान ने कहा कि अभी जिस प्रकार चार्टिंग करने के लिए कलम और कागज का इस्तेमाल किया जाता है, वहीं अब यह प्रक्रिया डिजीटली होने से जहां रिकॉर्ड साफ और सुरक्षित रहेगा वहीं मेडिको लीगल से लेकर दूसरे कार्यों के लिए उपयोग किये जाने के लिए इसकी हमेशा उपलब्धता सिर्फ कम्प्यूटर के एक कमांड देने भर की दूरी पर रहेगी। इसके साथ ही इस नयी प्रक्रिया से समय की भी भारी बचत होगी।

इस अवसर पर संस्थान के डॉ रुद्राशीश हलधर, डॉ सपना यादव ,डॉ निधि सिंह, चंद्रेश कुमार कश्यप, धीरज सिंह एवं Cerebra AI के आर्यदत्ता चौधरी, मोहित निगम भी उपस्थित रहे।

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