-परीक्षा प्रणाली की शुचिता बनाये रखने के लिए दो परीक्षक जांचेंगे कॉपियां
-गोरखपुर स्थित आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति ने किया आयुर्वेद महाविद्यालय का निरीक्षण

सेहत टाइम्स
लखनऊ। महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विवि के कुलपति प्रोफेसर एके सिंह ने कहा है कि आयुष विधाओं की गुणवत्ता को बनाये रखते हुए परीक्षा प्रणाली में बदलाव किये जा रहे हैं, इसके तहत उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने का कार्य जहां ऑनलाइन किया जायेगा वहीं कॉपियों की डबल चेकिंग पर भी विचार हो रहा है कि उत्तर पुस्तिकाओं को एक नहीं बल्कि दो परीक्षक जांचेंगे।
कुलपति ने ये विचार आज शुक्रवार 9 सितम्बर को राजधानी लखनऊ में टूड़ियागंज स्थित राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण के दौरान व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि आयुष छात्रों के परीक्षा के सेंटर बदले जाएंगे तथा कड़ाई से परीक्षा होगी, साथ ही परीक्षा की वीडियोग्राफी भी करायी जायेगी।
कुलपति निरीक्षण के दौरान अपरान्ह 3 बजे से साढ़े चार बजे तक रहे। उन्होंने शोध को बढ़ावा देने की बात भी कही। प्रो सिंह ने काय चिकित्सा विभाग की छात्रा द्वारा शोध सारांश पर दी जा रही प्रस्तुति को देखा तथा उसे सराहा। इसके अतिरिक्त उन्होंने नवीन ओपीडी भी देखी, साथ ही निर्देश दिया कि मरीजों को बेहतर से बेहतर इलाज देते हुए आयुर्वेद की बढ़ावा दिया जाये। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जगह-जगह आउटरीच कैंप लगाए जाएं।
आयुर्वेदिक महाविद्यालय के प्राचार्य इससे पूर्व कुलपति के पहुंचने पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ पीसी सक्सेना ने कुलपति के सुझावों का स्वागत करते हुए बताया कि उनके सुझाव स्वागतयोग्य हैं। किसी भी कीमत पर परीक्षा की शुचिता बनी रहनी चाहिये। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भी महाविद्यालय के विद्यार्थियों की परीक्षा का केंद्र लखनऊ विश्वविद्यालय ही होता है। इससे पूर्व डॉ पीसी सक्सेना के साथ ही डॉ संजीव रस्तोगी, मेडिकल ऑफीसर डॉ धर्मेंद्र, डॉ शशि बेदार शर्मा, डॉ महेश नारायण, डॉ अनंत कृष्ण आदि ने पुष्प गुच्छ देकर कुलपति का स्वागत किया।

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