-गरीब आदमी का प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाजका भुगतान सरकार करेगी
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि उपचार के लिए तय किए गए निजी या सरकारी अस्पताल किसी कोविड मरीज के उपचार से इनकार नहीं कर सकता। किसी भी गरीब आदमी का निजी अस्पताल में उपचार होने पर प्रदेश सरकार आयुष्मान योजना के तहत इलाज का भुगतान करेगी।
यह जानकारी देते हुए चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि किसी मरीज से निर्धारित दर से अधिक शुल्क लेने पर महामारी एक्ट के तहत दण्डनीय अपराध होगा और इस तरह की घटना पर पीड़ित व्यक्ति संबंधित जनपद के जिलाधिकारी/मुख्य चिकित्साधिकारी को सूचित कर सकता है। उन्होंने बताया कि कानपुर जनपद में जिलाधिकारी द्वारा लोगों की सुविधा के लिए व्हाटस ऐप नम्बर जारी किया गया है, इसी प्रकार प्रत्येक जनपद में लोगों को सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
श्री प्रसाद ने बताया कि सरकार द्वारा प्राइवेट लैब/अस्पतालों के लिए कोरोना जांच की दरें निर्धारित की गई है, जिसमें एन्टीजन टेस्ट हेतु रु0 250, अस्पताल में जाकर आरटीपीसीआर टेस्ट कराने हेतु रु0 700, घर से सैम्पल लेने पर रु0 900 तथा टूनेट की जांच हेतु रु0 1250 तथा घर से सैम्पल लेकर जांच कराने पर रु0 1450 देय होगा।
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार प्रदेश सरकार द्वारा कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सभी व्यवस्थाए की जा रही है। उन्होंने बताया कि कोविड प्रबंधन के संबंध में मुख्यमंत्री पूरी प्रतिबद्धता के साथ टीम-11 के सदस्यों के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से संक्रमण दर में कमी आयी है।
देश के सबसे बड़े अभियान के तहत प्रदेश की 20 करोड़ की जनसंख्या तक सर्विलांस के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग की टीम पहंुची है। उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण से बचने के लिए टीकाकरण आवश्यक है, प्रदेश में टीकाकरण की प्रक्रिया में तेजी लायी गई है। 01 मई, 2021 से 18 वर्ष से अधिक आयु के समस्त व्यक्तियों का निःशुल्क वैक्सीनेशन किया जायेगा। इसके लिए 01 करोड़ वैक्सीन डोज का प्रबंध किया जा रहा है।
श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार निजी अस्पतालों में भी कोविड इलाज की दरें निर्धारित कर दी गई हैं। किसी भी कोविड मरीज से निर्धारित दर से ज्यादा शुल्क नहीं लिया जा सकेगा। निजी चिकित्सालयों में भी मरीजों के इलाज में रेमडेसिविर दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आॅक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए 100 बेड से अधिक क्षमता वाले प्रत्येक अस्पतालों में आॅक्सीजन प्लाण्ट लगाने हेतु निर्देश दिए गए हैं। ऐसे सभी प्लाण्टों में वातावरण से आॅक्सीजन बनाया जायेगा। इस प्रकार के 39 अस्पतालों में प्लाण्ट लगाने के लिए मशीने आनी प्रारम्भ हो गई हैं। इसके अतिरिक्त प्रदेश के 855 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 488 करोड़ रुपये की लागत से आॅक्सीजन प्लाण्ट लगाये जाने की प्रक्रिया भी प्रारम्भ कर दी गई है।
श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया है कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों तक दवाई एवं आॅक्सीजन समय पर उपलब्ध करायी जाए तथा डाॅक्टर से भी सम्पर्क किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति का आरटीपीसीआर जांच न हो पा रही हो तो उसका एन्टीजन जांच कराकर मरीज को स्वास्थ्य सुविधाएं शीघ्र मुहैया करायी जाएं।
श्री सहगल ने बताया कि प्रत्येक शुक्रवार रात 08 बजे से सोमवार सुबह 07 बजे तक सम्पूर्ण प्रदेश में साप्ताहिक बंदी रहेगी। संक्रमण रोकने के लिए प्रदेश में साप्ताहिक बंदी के दौरान व्यापक स्तर पर सैनेटाइजेशन, स्वच्छता एवं सफाई का कार्य नगर निगम द्वारा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में किसी मरीज की मृत्यु पर अंतिम संस्कार में किसी प्रकार का शुल्क न लिया जाए तथा सभी का अंतिम संस्कार अपने धार्मिक मान्यताओं एवं रीति-रिवाजों के तहत किया जाए।
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग का कार्य करते हुए, टेस्टिंग क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,29,578 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 3,97,70,573 सैम्पल की जांच की गयी है। इसमें लगभग 1.07 लाख से अधिक सैम्पलों की जांच आरटीपीसीआर के माध्यम से की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 35,614 नये मामले आये है तथा 25,633 मरीज संक्रमणमुक्त हुए हैं। इस प्रकार अब तक कुल 7,77,844 कोरोना मरीज संक्रमणमुक्त होकर घर जा चुके हैं। प्रदेश में 2,97,616 कोरोना के एक्टिव मामले में से 2,42,311 व्यक्ति होम आइसोलेशन में, 6,447 मरीज निजी चिकित्सालयों में तथा शेष मरीज सरकारी चिकित्सालयों में इलाज करा रहे हैं।