-डॉ सूर्यकान्त बने आईएमए जर्नल के राष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड के सदस्य
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के रेस्पिरेटरी मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डा0 सूर्यकान्त को भारत के चिकित्सकों की प्रमुख एवं प्रतिष्ठित संस्था इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन के जर्नल के राष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड के सदस्य के रूप में नामित किया गया है। डॉ सूर्यकान्त उत्तर प्रदेश के पहले ऐसे चिकित्सक है, जिनको इस जर्नल के राष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड के सदस्य के रूप में नामित किया गया है। उन्हें आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजन शर्मा द्वारा नामित किया गया है।
जर्नल ऑफ इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन (जीमा) की शुरुआत भारत रत्न डॉ बी.सी. राय द्वारा सन् 1930 में की गयी थी। आईएमए का यह जर्नल 3.5 लाख चिकित्सकों के पास जाता है। यह एक इन्डेक्स तथा सर्वाधिक पढ़ा जाने वाला जर्नल है। ज्ञात हो कि डॉ सूर्यकान्त वर्ष 2018 में आईएमए, लखनऊ के अध्यक्ष रह चुके हैं एवं वर्तमान में आईएमए मानद प्रोफेसर भी हैं। डा0 सूर्यकान्त वर्ष 2019 में आईएमए अकादमी ऑफ मेडिकल स्पेशलटीज, उ0प्र0 के चेयरमैन भी रह चुके हैं तथा वर्तमान में आईएमए की उ0प्र0 एवं राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य हैं। आईएमए जर्नल के एडिटर डॉ ज्योतिर्मय पाल ने डॉ सूर्यकान्त को उनके इस नये दायित्व के लिए बधाई दी है एवं उनसे जर्नल के विकास के लिए बहुमुल्य सुझाव एवं सहयोग की अपेक्षा की है।
डॉ सूर्यकान्त लगभग एक दर्जन से अधिक अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय जर्नल्स के सम्पादकीय एवं सलाहकार बोर्ड के पहले से ही सदस्य हैं। इसके साथ ही वे 16 पुस्तकों के लेखक हैं एवं 400 से अधिक शोधपत्रों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय जर्नर्ल्स में प्रकाशित कर चुके हैं तथा उनके नाम दो अमेरीकी पेटेंट्स भी हैं। डॉ सूर्यकान्त जनसामान्य की चिकित्सकीय जागरूकता सम्बन्धी 500 से अधिक लेख विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित कर चुके हैं।
डा0 सूर्यकान्त ने आईएमए के इस प्रतिष्ठित जर्नल के राष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड के सदस्य के रूप में नामित करने पर आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजन शर्मा का धन्यवाद ज्ञापित किया एवं जर्नल के सम्पादक डॉ ज्योतिर्मय पाल को जर्नल के लिए पूर्ण सहयोग एवं सलाह देने के लिए आश्वस्त किया है।