एक दिन में 22 करोड़ पौधों को लगाने का रिकॉर्ड बनाने की तैयारियां पूरी
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री, दारा सिंह चौहान ने कहा है कि भारत छोड़ो आन्दोलन की 77वीं वर्षगांठ के अवसर पर सम्पूर्ण प्रदेश में 9 अगस्त को वृक्षारोपण महाकुम्भ के अन्तर्गत एक ही दिन में 22 करोड़ पौधे रोपित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ग्राम चन्दनपुर घदियारी ग्राम पंचायत उकर्री ब्लाक सोरों जनपद कांसगज में स्थित ’गंगा वन’ में पौध रोपित करेंगी जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के जैतीखेड़ा वन ब्लॉक में हरिशंकरी का रोपण करेंगे। मुख्यमंत्री प्रयागराज गंगा यमुना-तट पर स्थित परेड ग्राउण्ड में विश्व रिकॉर्ड बनने जा रहे निःशुल्क पौध वितरण कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे।
दारा सिंह चौहान आज लोकभवन स्थित मीडिया सेन्टर में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि एक ही दिन में 22 करोड़ पौधों का रोपण चुनावी पैटर्न के आधार पर संचालित किया जा रहा है। इसके लिए पौध को मतपत्र के रूप में तथा ग्राम पंचायत को पोलिंग बूथ के रूप में अंकित किया गया है। ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव एवं ग्राम विकास अधिकारी को पीठासीन अधिकारी के रूप में रखा गया है। ब्लॉक स्तर पर सेक्टर वृक्षारोपण समन्वयक, न्याय पंचायत स्तर पर सेक्टर मजिस्ट्रेट, तहसील स्तर पर जोनल वृक्षारोपण समन्वयक तथा जोनल मजिस्ट्रेट नामित किए गए हैं।
योगी जैतीखेड़ा में रोपेंगे हरिशंकरी, प्रयागराज में बांटेंगे पौधे
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूर्वाहन 8 बजे लखनऊ के जैतीखेड़ा वन ब्लॉक ग्राम सभा जैतीखेड़ा में हरिशंकरी का रोपण कर वृक्षारोपण महाकुम्भ के अन्तर्गत 22 करोड़ पौध रोपण अभियान का शुभारम्भ करेंगे। इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में प्रयागराज गंगा यमुना-तट पर स्थित परेड ग्राउण्ड में निःशुल्क पौध वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश द्वारा 8 घण्टे में एक ही स्थल पर सर्वाधिक संख्या में निःशुल्क पौध वितरित किये जाने का विश्व रिकार्ड बनाया जा रहा है। इस उपलब्धि को गिनीज बुक आफॅ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल करवाने की कार्यवाही की जा रही है।
महात्मा गांधी के प्रिय वृक्षों को चुना गया : दारा सिह चौहान
वन मंत्री ने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती को अविस्मरणीय बनाने के लिए 9 अगस्त को गांधी जी की प्रिय वृक्ष प्रजातियों-आम, बरगद, नीम, सॉल, महुआ, कल्पवृक्ष, सहजन आदि का रोपण कर गांधी उपवन की स्थापना की जा रही है। गांधी उपवन में जन प्रतिनिधियों एवं विशिष्ट जनों की उपस्थिति में अन्तिम पौधा नक्षत्र वृक्ष, मौलश्री रोपित किया जाएगा। प्रदेशवासियों को वृक्षारोपण से जोड़ने के लिए प्रदेश के प्रत्येक जनपद में पंचवटी, हरिशंकरी, नवग्रह वाटिका एवं स्मृति वन के रूप में विशेष प्रकार के वृक्षारोपण करवाए जा रहे हैं।
वन विभाग से निःशुल्क उपलब्ध कराये गये हैं पौधे
प्रदेश सरकार द्वारा पर्यावरणीय लाभ एवं कृषकों की आय में सतत वृद्धि के दृष्टिगत वर्ष 2019-20 में 22 करोड़ पौध रोपण हेतु प्रदेश के समस्त शासकीय विभागों, न्यायालय परिसरों, कृषकों, संस्थाओं, व्यक्तियों, निजी व शासकीय शैक्षणिक संस्थानों, भारत सरकार के विभाग व उपक्रमों, स्थानीय निकायों तथा ग्राम पंचायत, नगर पंचायत, नगर निगम, नगर पालिका परिषद, प्राधिकरण परिषद आदि, रेलवे, रक्षा, औद्योगिक इकाईयों, सहकारी समितियों एवं संस्थाओं को वन विभाग की पौधशालाओं से निःशुल्क पौध उपलब्ध कराए गए हैं। वृक्षारोपण महाकुम्भ के अन्तर्गत 22 करोड़ पौध रोपण से प्रदेश के वृक्षावरण में तीव्र गति से वृद्धि होना निश्चित है।
वनावरण व वृक्षावरण में हुई है 676 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि
उन्होंने कहा कि भारतीय वन सर्वेक्षण द्वारा निर्गत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017 के अनुसार प्रदेश में अभिलिखित वन क्षेत्र 16582 वर्ग किलोमीटर, वनावरण 14679 वर्ग किलो मीटर एवं वृक्षावरण 7542 वर्ग किलो मीटर है। भारतीय वन स्थिति रिपोर्ट, 2015 के सापेक्ष वनावरण में 278 वर्ग किलो मीटर एवं वृक्षावरण में 398 वर्ग किलो मीटर अर्थात् कुल वनावरण व वृक्षावरण में 676 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है।
श्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में वृक्षारोपण अभियान की मूल इकाई ग्राम पंचायत निश्चित की गई है। ग्रामवासियों से विचार विमर्श कर सामुदायिक भूमि, विद्यालय प्रांगण, निजी भूमि पर वृक्षारोपण हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत का माइक्रोप्लान तैयार किया गया है। शहरी क्षेत्र में वृक्षारोपण हेतु तैयार की गई नगर निगम, नगर पालिका एवं नगर पंचायतवार तैयार किए गए माईक्रोप्लान में आवास विकास, नगर विकास, औद्योगिक विकास, रक्षा विभाग, रेलवे विभाग एवं परिवहन विभाग द्वारा भी वृक्षारोपण किया जाना प्रस्तावित है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत पंजीकृत किसानों एवं विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को वृक्षारोपण महाकुम्भ से जोड़ा जा रहा है। माइक्रोप्लान में ग्रामीणों की सहभागिता के साथ उनके द्वारा इच्छित प्रजातियों की संख्या का संकलन किया गया। इस प्रकार 822 विकास खण्ड, 58924 ग्राम पंचायत तथा 652 शहरी निकाय क्षेत्र में माइक्रोप्लान तैयार किया गया।
वन मंत्री ने बताया कि माइक्रोप्लान के आधार पर इच्छित प्रजातियों के पौधे को नर्सरी में उगाने के लिए लगभग प्रत्येक विकास खण्ड में एक नयी नर्सरी की स्थापना कर कुल 1490 नर्सरियों में लगभग 27 करोड़ पौधों को उगाया गया। पौधों को उगाने के लिए राज्य आकस्मिकता निधि से वित्त पोषित किया गया है। वर्तमान समय तक लगभग 14,30,381 स्थलों पर 22 करोड़ पौधों के रोपण की प्रक्रिया प्रचलित है। वृक्षारोपण के जियोटैगिंग का कार्य किया जा रहा है तथा वृक्षारोपण के उपरान्त ‘‘स्वतंत्र मूल्यांकन‘‘ भी कराया जायेगा।