-एहतियात के तौर पर बगल की बिल्डिंग भी सील, तीन सदस्यीय जांच समिति गठित
-हरमिलाप बिल्डिंग मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज, घटिया सामग्री के इस्तेमाल का आरोप
-अब तक 8 लोगों की जान जा चुकी है और 27 लोग घायल
सेहत टाइम्स
लखनऊ। सरोजनीनगर में शनिवार 7 सितम्बर को हरमिलाप बिल्डिंग गिरने के हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्त हैं, बिल्डिंग निर्माण से लेकर इसकी मेन्टेनेंस तक में बरती गयी लापरवाही की खबरों के बीच मुख्यमंत्री ने हादसे की गहन जांच के निर्देश दिये हैं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश है कि गठित की गयी जांच टीम जल्द से जल्द इस हादसे के कारणों का पता लगाकर उत्तर प्रदेश शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपे। इससे पूर्व योगी आदित्यनाथ हादसे में घायलों का हालचाल जानने रविवार को लोकबंधु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे। इस दौरान अस्पताल में भर्ती एक-एक मरीज से मिले और स्वास्थ्य की जानकारी ली। सीएम ने अस्पताल प्रशासन को सभी घायलों के समुचित इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इसके बाद उन्होंने मरीजों के परिजनों से भी बातचीत की। इस हादसे में अब तक 8 लोगों की जान जा चुकी है और 27 लोग घायल हुए हैं। वहीं राज्य सरकार के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। हादसे के 22 घंटे बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। भूखण्ड संख्या 54 की बिल्डिंग गिरने के कारण एहतियात के तौर पर 55 नंबर बिल्डिंग भी सील कर दी गयी है। लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम एस्टीमेट और गुणवत्ता की जांच कर रही है।
हादसे की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की है। गृह विभाग के सचिव डॉ. संजीव गुप्ता की अध्यक्षता में बनाई गई टीम में आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के सचिव बलकार सिंह और लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को सदस्य बनाया गया है। वहीं इस मामले में ट्रांसपोर्ट नगर चौकी इंचार्ज एमके सिंह की तहरीर पर हरमिलाप बिल्डिंग के मालिक राकेश सिंघल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि बिल्डिंग के निर्माण के दौरान पैसे बचाने के उद्देश्य से घटिया सामग्री का उपयोग किया गया, जिससे इमारत कुछ ही समय में जर्जर हो गई। यह भी बताया गया है कि बिल्डिंग मालिक राकेश सिंघल को इस समस्या की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज किया, जिसके परिणामस्वरूप पूरी इमारत अचानक धंस गई।
मुख्यमंत्री ने मरीजों और तीमारदारों से कहा कि परेशान होने की जरूरत नहीं, सरकार उनके साथ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर दौरे के बाद रविवार को एयरपोर्ट पर उतरते ही सीधे सरोजनीनगर हादसे में घायलों का हालचाल लेने लोकबंधु अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने विभिन्न वार्ड में भर्ती 10 मरीजों के पास जाकर एक-एक का हाल जाना। इस दौरान उन्होंने मरीजों से हादसे की भी जानकारी भी हासिल की। वहीं अस्पताल प्रशासन को मरीजों के इलाज के समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि किसी भी मरीज को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिये। सभी घायलों का अच्छे से इलाज करने के साथ ध्यान रखा जाए। इसके बाद सीएम योगी ने अस्पताल के हॉल में मौजूद मरीजों के परिजनों से भी मुलाकात की। सीएम योगी ने तीमारदारों से कहा कि उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है। इस संकट की घड़ी में राज्य सरकार साथ है। हर किसी की हरसंभव मदद की जाएगी। इस दौरान महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक राजेश्वर सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार, मंडलायुक्त रौशन जैकब, नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे।