-स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत शुरू की कार्यवाही, दोनों मरीजों के परिजनों के खून का नमूना भी भेजा गया जांच के लिए
-कानपुर में फैला हुआ है जीका वायरस, मरीजों की संख्या सौ से ऊपर
सेहत टाइम्स
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जीका वायरस के दो दो मामले सामने आए हैं। कानपुर में चल रहे इसके प्रकोप के बाद अब लखनऊ में इसके केस पता चलने पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। दोनों मरीज अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। एक मरीज हुसैनगंज के फूलबाग इलाके का है जबकि दूसरा मरीज कृष्णानगर क्षेत्र का बताया जा रहा है। राहत की बात यह है कि अभी तक इन मरीजों के आसपास रहने वाले लोगों में बुखार की समस्या नहीं पता चली है।
सीएमओ कार्यालय से जारी विज्ञप्ति के अनुसार केजीएमयू द्वारा दो केस जीका वायरस के रिपोर्ट किए गए जिस के क्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज अग्रवाल द्वारा तत्काल नगर मलेरिया इकाई, नगर निगम एवं स्थानीय स्वास्थ्य इकाई एन के रोड और चंदन नगर को निर्देशित किया गया कि उक्त केसों के दृष्टिगत मानक अनुसार तत्काल सभी कार्रवाई संपादित की जाए।
इसी क्रम में नगर मलेरिया इकाई एवं नगर निगम द्वारा सघन एंटी लार्वा और फागिंग का कार्य तत्काल संपादित किया गया इसी के क्रम में उक्त केसों पर डॉ एस के रावत नगर स्वास्थ्य अधिकारी, डॉक्टर के पी त्रिपाठी नोडल संचारी, डॉ मिलिंद वर्द्धन जिला सर्विलांस अधिकारी एवं योगेश रघुवंशी जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्रों का तत्काल भ्रमण कर मरीज का हालचाल लिया गया एवं यथोचित स्वास्थ शिक्षा प्रदान की गई साथ ही स्थानीय स्वास्थ्य इकाई की टीम को तत्काल कांटेक्ट ट्रेसिंग एवं मानक के अनुसार सैंपल कलेक्शन के निर्देश दिए गए जिस के क्रम में इन केस के संपर्क के चार लोगों का सैंपल जांच के लिए केजीएमयू भेज दिया गया।
कोरोना महामारी की दहशत के बाद पिछले दिनों से डेंगू से दो-दो हाथ कर रहे स्वास्थ्य विभाग ने अब लखनऊ में जीका के केस का पता चलने के बाद टीम ने रात में ही इन दोनों क्षेत्रों में जांच शुरू करा दी है। हुसैनगंज के फूलबाग निवासी एक पुरुष में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। बुखार के बाद मरीज की जांच कराई गई थी। जबकि दूसरा मामला कृष्णानगर निवासी 24 वर्षीय महिला पर भी जीका वायरस की पुष्टि हुई है।
डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन के अनुसार महिला में अभी तक किसी तरह के कोई लक्षण नहीं है। जबकि दूसरा मरीज जांच कराने बाद गैर जनपद जा चुका है। दोनों मरीजों की तबीयत सामान्य है। बताया मरीजों में जीका की पुष्टि के बाद राहत कार्य शुरू करा दिया गया है। रात में मरीज के घर व उसके आसपास के लोगों की कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग कराई गई। राहत की बात यह है कि मरीज के आस पड़ोस के लोगों में बुखार की पुष्टि नहीं हुई है। मरीज के परिवार के चार सदस्यों के खून के नमूने जांच के लिए एकत्र किए गए हैं। 50 घरों में कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग कराई जा रही है। दोनों मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री नहीं मिली है।
बताया जाता है कि कानपुर में जीका वायरस का प्रकोप होने बाद स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी व निजी अस्पतालों में बुखार के आने वाले मरीजों की डेंगू, टॉयफाइड, मलेरिया संग जीका की जांच के भी निर्देश दिए थे। डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन के अनुसा सभी अस्पताल प्रभारियों को बुखार के आने वाले मरीजों के नमूने लेकर जांच कराई जा रही थी ताकि जीका का पता लगाया जा सके। सभी अस्पताल हर दूसरे दिन नमूना भेज रहे थे। जिसके बाद ही लखनऊ में दो मामले पकड़ में आए हैं। अब सभी अस्पतालों को नियमित तौर पर जीका की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं।