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धूमधाम से मनायी जा रही सर्वदेव धन्‍वन्‍तरि मंदिर की तीसरी वर्षगांठ

-16 फरवरी को प्राण प्रतिष्ठित सभी देवताओं का पुनर्जागरण, देवाधिदेव महादेव का रुद्राभिषेक, हवन एवं विशाल भंडारे का आयोजन, मंदिर की वेबसाइट भी होगी लॉन्‍च


सेहत टाइम्‍स
लखनऊ।
यहां सीतापुर रोड, अटरिया स्थित आरोग्य के देवता सर्वदेव धन्‍वन्‍तरि मंदिर की तीसरी वर्षगांठ पर माघी पूर्णिमा 16 फरवरी को प्राण प्रतिष्ठित सभी देवताओं का पुनर्जागरण, देवाधिदेव महादेव का रुद्राभिषेक, हवन एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। इस मौके पर मंदिर की वेबासाइट भी लॉन्‍च की जायेगी।

यह जानकारी देते हुए डॉ मनोज कुमार, डॉ रमा श्रीवास्तव व राजीव रंजन द्वारा बताया गया है कि अपराहन 2 बजे से सायं 5 बजे तक पूजन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस इस कार्यक्रम में सभी भक्त निमंत्रित हैं। भगवान धन्‍वन्‍तरि की महिमा के बारे में बताते हुए डॉ रमा ने कहा कि आयुर्वेद की चिकित्सा करनें वाले वैद्य भगवान धन्‍वन्‍तरि को आरोग्य का देवता कहते हैं। इन्होंने ही अमृतमय औषधियों की खोज की थी।

इस मंदिर का निर्माण करवाने वाली डॉ रमा श्रीवास्‍तव ने बताया कि मंदिर के निर्माण की शुरुआत अक्‍टूबर 2018 में हुई थी तथा वर्ष 2019 में माघी पूर्णिमा 19 फरवरी को मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा कर इस मंदिर का उद्घाटन हुआ था। उन्‍होंने बताया कि चिकित्सकों के लिए चिकित्सकों द्वारा बनाए गए भगवान विष्णु के अवतार माने जाने वाले स्वास्थ्य के देवता धनवंतरि के इस मंदिर में मुख्‍य रूप से शिखर के निर्माण के साथ ही अभी काफी निर्माण कार्य बाकी है, जिसके लिए सभी से सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने बताया कि 12000 स्‍क्‍वॉयर फीट के क्षेत्र में से अभी 2000 स्‍क्‍वॉयर फीट पर निर्माण कार्य हुआ है। उन्होंने निर्माण के लिए सहयोग की अपील करते हुए कहा कि जो भी भक्त इसके निर्माण में सहयोग देना चाहते हैं वे 6391600999 नंबर पर गूगल पे के माध्यम से सहयोग दे सकते हैं।


डॉ रमा ने बताया कि इनका पृथ्वी लोक में अवतरण समुद्र मंथन के समय शरद त्रयोदशी को हुआ था। इसीलिये दीपावली के दो दिन पूर्व धनतेरस को भगवान धन्वंतरी का जन्म धनतेरस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन इन्होंने आयुर्वेद का भी प्रादुर्भाव किया था। इन्‍हे 12 हजार स्‍क्‍वॉयर फीट के एरिया में अभी करीब 2000 स्‍क्‍वॉयर फीट पर निर्माण किया गया है।

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