-उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने शिक्षा भवन पर दिया धरना, सौंपा ज्ञापन
-सरकार हठधर्मिता छोड़ दे वरना वनवास भेज देंगे शिक्षक : डॉ महेन्द्र राय
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता डॉ० महेन्द्र नाथ राय ने कहा है कि शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण लिए हमारे संगठन ने संघर्ष का एलान कर दिया है, जब तक समस्याओं का समाधान नहीं हो जायेगा संगठन चैन से नहीं बैठेगा। कोरोना के कारण संगठन में शिथिलता थी जिसके कारण सरकार घमंड में चूर होकर अधिनियमों का ही पालन नहीं कर रही है। शिक्षकों को 8.30 घंटे स्कूलों में रुकने का आदेश दिया गया है जो इण्टरमीडिएट एजुकेशन एक्ट का खुला उल्लंघन है, यह सरकार की तानाशाही मानसिकता को दर्शाती है।
डॉ राय ने यह बात प्रदेशीय नेतृत्व के आह्वान पर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ जनपद लखनऊ का प्रतीकात्मक धरने को सम्बोधित करते हुए कही। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय (शिक्षा भवन) पर सैकड़ों शिक्षकों की उपस्थिति में सम्पन्न धरने को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय न देना, तदर्थ शिक्षकों के विनीयमतीकरण,पुरानी पेंशन योजना आदि मुद्दों पर भी सरकार संगठन के साथ किए गए समझौते को भी लागू नहीं कर रही है। सरकार अपनी हठधर्मिता छोड़ दे नहीं तो शिक्षक उनको फिर से वनवास भेजने की व्यवस्था कर देंगें।
धरने को प्रदेश कार्यसमिति सदस्य निर्मल श्रीवास्तव ने सम्बोधित करते हुए शिक्षकों को प्राइवेटाइजेशन के खतरे से आगाह किया। मण्डलीय मंत्री सुशील पाण्डेय ने शिक्षकों की समस्याओं पर प्रकाश डाला। लखनऊ विश्वविद्यालय के संघटक महाविद्यालयों के शिक्षक नेता डॉ० मनीष हिंदवी ने सभी शिक्षकों को एकजुट होकर शिक्षकों की समस्याओं के लिए लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि उच्च से लेकर प्राथमिक शिक्षक तक सब की समस्याएं एक समान हैं और सभी लोगों को मिलकर सरकार से लड़ना है।
धरने की अध्यक्षता कर रहे जिला अध्यक्ष विनोद कुमार मिश्र ने शिक्षकों की समस्याएं को जल्द से जल्द निपटाने की मांग अधिकारियों से की। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं का समाधान जल्द नहीं किया गया तो हम इससे भी बड़ा संघर्ष करेंगे। पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग उन्होंने सरकार से की। महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष रिंकी सिंह ने महिला शिक्षिकाओं की समस्याओं को सामने रखा।
धरने का संचालन जिला मंत्री अरुण वर्मा ने किया। उन्होंने आगे की रणनीतियों पर प्रकाश डाला। धरने के अंत में संयुक्त शिक्षा निदेशक लखनऊ मंडल सुरेश तिवारी ने ज्ञापन लेकर शिक्षा भवन से संबंधित समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया, उनके साथ लेखाधिकारी भी मौजूद थे।
धरने में जिला उपाध्यक्ष राजकुमार गौतम, अनिल त्रिपाठी, निर्मेष पाण्डे, बृजेश शर्मा, प्रदीप गौतम, बद्दुजमा साहब, कोषाध्यक्ष निहाल अहमद, संगठन मंत्री अभिषेक सिंह चौहान, आय-व्यय निरीक्षक जे०पी०यादव सहित सभी पदाधिकारी उपस्थित थे। धरने में अधिक संख्या में महिला शिक्षकों ने भाग लेकर शिक्षक समस्याओं के लिए संघर्ष करने का जज्बा प्रदर्शित किया, जिसका सभी लोगों ने सम्मान किया।