जवाहर नवोदय विद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में दी गयी जानकारी
लखनऊ/कानपुर नगर। परीक्षाओं को लेकर छात्रों में उत्पन्न होने वाले डर यानी एग्जाम फोबिया को दूर करने वाली अनेक कारगर औषधियाँ होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति में उपलब्ध हैं। परीक्षाओं के दौरान अधिक पढ़ाई के चक्कर में गड़बड़ हो जाने वाली दिनचर्या को थोड़ा ध्यान में रखा जाए और होम्योपैथिक औषधियों का सहारा लिया जाए तो छात्र हर तरह की परेशानियों से निजात पा सकते हैं।
उक्त विचार जवाहर नवोदय विद्यालय में आयोजित छात्रों के लिए प्रेरणात्मक संगोष्ठी में केंद्रीय होम्योपैथी चिकित्सा परिषद के पूर्व सदस्य एवं वरिष्ठ चिकित्सक डॉ अनुरुद्ध वर्मा ने व्यक्त किए।
छात्रों को सम्बोधित करते हुए सोशल एक्टिविस्ट प्रदीप सारंग ने कहा कि अधिक अंक पाने की लालसा तथा फेल होने के डर के कारण बुखार आना, जी मचली होना आदि आरम्भ हो जाता है। ये डर सिर्फ उसी से सताते हैं जिनमें आत्मविश्वास की कमी रहती है। अभ्यास दर अभ्यास के जरिये आत्मविश्वास को बढ़ाया जा सकता है।
इस अवसर पर आयुष विभाग द्वारा छात्रों के लिए होम्योपैथिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया जिसका शुभारंभ जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ महिमा शुक्ला ने किया। स्वास्थ्य शिविर में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुभा श्रीवास्तव ने स्वाइन फ्लू इत्यादि पर विस्तार से चर्चा की। शिविर में छात्रों की काउंसलिंग की गई एवं उनमें होने वाली बीमारियों के दृष्टिगत रोगरोधी औषधियों का वितरण किया गया। गोष्ठी का संचालन हिंदी शिक्षक अजीत प्रताप, तथा स्वागत नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल डॉ एस के मिश्रा ने किया।