चिकित्सकों ने किया केजीएमयू रेफर, परिजनों ने कराया सिविल में भर्ती
लखनऊ। डॉ राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय में रविवार सुबह एक मरीज की आवाज अचानक गायब होने और फिर छह घंटे बाद ठीक होने की घटना के बाद परिजनों से विवाद के बाद मरीज को मानसिक रोगी बताते हुए केजीएमयू रेफर कर दिया गया, हालांकि परिजनों ने मरीज को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में भर्ती कराया है। मरीज के परिजनों ने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही तथा खराब व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
मिली जानकारी के अनुसार थाना अंसारी, हैदरगढ़ निवासी निवासी 22 वर्षीय राधा गुप्ता पुत्री जगदीश प्रसाद को तीन दिन पूर्व 1 जून को पेट में दर्द की शिकायत के बाद डॉ.पीआर जायसवाल के अंडर में भर्ती कराया था। मरीज के भाई अभिषेक गुप्ता ने बताया कि न्यू वार्ड में बेड नं. 37 पर भर्ती उसकी बहन की रविवार सुबह तबीयत बिगड़ गयी और आवाज गायब हो गई, परिवारीजनों के हंगामे और मामले की गंभीरता को देखते हुए साइक्रियाटिक समेत दूसरे डॉक्टरों ने इलाज किया, करीब छह घंटे बाद साढ़े दस बजे आवाज वापस आई।
परिजन अभिषेक का कहना था कि इसके बाद हम लोगों ने डॉक्टर से सही इलाज करने को कहा तो उन्होंने हम लोगों को मरीज समेत अस्पताल से भगा दिया। अभिषेक ने बताया कि लोहिया अस्पताल में अव्यवस्था का आलम है डॉक्टर इलाज भी नहीं करते हैं और बात भी सही ढंग से नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में डॉक्टरों के इलाज व व्यवहार से परेशान होकर सिविल अस्पताल में बहन को भर्ती कराया है।