आरएसएस ने आयोजित किया नि:शुल्क चिकित्सा शिविर, एलोपैथिक, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी व यूनानी के लगे अलग-अलग काउंटर
लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्य विभाग सेवा विभाग द्वारा शनिवार को संवाद नगर की सेवा बस्ती मार्टिनपुरवा के दुर्गाजी मंदिर पर नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। चिकित्सा शिविर का उद्घाटन अपर महाधिवक्ता रमेश सिंह और मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नरेन्द्र अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। शुभारम्भ के मौके पर स्वयंसेवक संघ के सह प्रान्त संघचालक डा. हरमेश सिंह चौहान, बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डा. राजीव लोचन और केजीएमयू के डा. सूर्यकान्त प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
चिकित्सा शिविर में करीब 800 मरीजों का पंजीकरण कर चेकअप किया गया और दवाएं बांटी गयीं। चिकित्सा शिविर में एलोपैथिक, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी व यूनानी के अलग—अलग काउंटर लगे थे। महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर की जागरूकता के लिए अलग से स्टाल लगाया गया था।
चिकित्सा शिविर का उद्घाटन करते हुए अपर महाधिवक्ता रमेश सिंह ने कहा कि सेवाकार्य व्यक्ति को समाज के लिए उपयोगी बनाते हैं जिनकी मदद की जा रही है उनमें दूसरों की मदद करने का भाव जगाते हैं। समाज से ले रहे हर व्यक्ति को समाज के लिए देने का कर्तव्य भाव जगाते हैं, यही सेवा कार्यों की विशेषता है। उन्होंने कहा कि अपने यहां तो नर सेवा नारायाण सेवा की मान्यता ही है। इस प्रकार के चिकित्सा शिविर सेवा बस्तियों में जरूर लगाये जाने चाहिए।
बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डा. राजीव लोचन ने बताया कि केन्द्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना शुरू की है। इसके तहत गरीब व्यक्ति साल भर में पांच लाख तक का इलाज मुफ्त करा सकता है। देश में कहीं भी मरीज इलाज करा सकता है। दवा, ऑपरेशन, तमाम तरह के मेडिकल चार्ज तथा फालोअप शामिल है। इसमें जन्मजात बाह्र रोग, कॉस्मेटिक सर्जरी, टीकाकरण, प्रजनन संबंधित उपचार, ड्रग्स से संबंधित बीमारियां, ऑर्गन ट्रांसप्लांट आदि भी शामिल हैं।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह प्रान्त संघचालक डा. हरमेश सिंह चौहान ने बताया कि संघ द्वारा देशभर में करीब 1 लाख 75 हजार सेवा कार्य कार्य चलाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विशाल भारत में लाखों लोग चाहते हैं कि, देश के लिए कुछ अच्छा कर सकें, किसी के आँसू पोंछ सकें, किसी का सहारा बन सकें । किन्तु आवश्यकता है कि कोई उनका विश्वास जींते और उन्हें साथ में जोड़ें।
लखनऊ के मुख्य चिकित्साधिकारी डा.नरेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि जियामऊ में स्वास्थ्य विभाग द्वारा ई—नगरीय स्वास्थ्य केन्द्र संचालित है। वहां पर इलाज से लेकर पैथालोजी जांचें भी नि:शुल्क होती है। सीएमओ ने डेंगू बुखार से सावधानी के बारे में भी लोगों को जागरूक किया।
डा. सूर्यकान्त ने कहा कि इस समय भारत सरकार की बहुत ही अच्छी योजना आयी है। गांव—गांव जाकर टीबी रोगियों की खोज की जा रही है। सरकार टी.बी. रोगियों को इलाज के साथ ही उन्हें प्रतिमाह 500 रूपये पेंशन दे रही है।
शिविर में नेत्र रोग, स्त्री रोग, अस्थि रोग,ह्रदय रोग नाक कान गला रोगों के उपचार भी किए जाएंगे। शिविर में 80 मरीजों के आंखों का ऑपरेशन, 60 सर्जिकल ऑपरेशन तथा 1540 मरीजों की जांच इलाज के लिए पंजीकरण हुआ। रोगियों परिजनों के लिए नि:शुल्क भोजन पानी की व्यवस्था भी की गई थी। तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ की तरफ से मुन्ना भारतीय ने तम्बाकू से नुकसान के बारे में जादू शो का आयोजन किया गया।
इस मौके पर सह प्रान्त कार्यवाह प्रशान्त भाटिया, सह प्रान्त सेवा प्रमुख हरिश्चन्द्र सिंह, केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डा. सूर्यकान्त, सेवा भारती के महानगर अध्यक्ष रवीन्द्र गंगवार, लखनऊ दक्षिण के भाग संघचालक सुभाष अग्रवाल, सह भाग संघचालक राम कुमार, जिला कार्यवाह श्याम त्रिपाठी, लखनऊ कैंसर इंस्टी्ट्यूट की प्रमुख डा. निर्मला पंत, सेवा विभाग के अवधेश नारायण, जिला कार्यवाह अतुल सिंह, डा. सुनील यादव, सह नगर कार्यवाह संवाद नगर रवि जायसवाल प्रमुख रूप से उपस्थित थे।