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सरकारी नीतियों का क्रियान्‍वयन करने वाले कर्मचारियों का भी ध्‍यान रखें राजनीतिक दल

-फार्मेसिस्‍ट फेडरेशन ने तर्कपूर्ण तरीके से रखी पुरानी पेंशन की बहाली की मांग

सुनील यादव


सेहत टाइम्‍स
लखनऊ।
फार्मेसिस्ट फेडरेशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष सुनील यादव ने कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग करते हुए सभी कर्मचारियों को इस मांग के प्रति सजग और संघर्षशील रहने का आह्वान किया है, साथ ही सभी राजनीतिक दलों से अपील किया है कि कर्मचारियों की समस्याओं का निस्तारण भी उनके एजेंडे में होना चाहिए क्योंकि कर्मचारी ही सरकार की नीतियों को क्रियान्वित करते हैं।


श्री यादव ने कहा कि कर्मचारियों का पेंशन उनका अधिकार है । सेवायोजक का यह कर्तव्य है कि सेवा के उपरांत कर्मचारी के भविष्य एवं कर्मचारी के परिवार के भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए ।
फेडरेशन के संयोजक के के सचान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जे पी नायक, महामंत्री अशोक कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश में चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग सहित विभिन्न विभागों में 10,000 से अधिक फार्मेसिस्ट पुरानी पेंशन योजना से आच्छादित नहीं है, जिससे उनका भविष्य अस्थिर और अंधकारमय है । ज्यादातर फार्मेसिस्‍टों की नियुक्तियां 40 से 45 वर्ष की उम्र के आसपास हुई हैं, मात्र 15-20 साल सेवा करने के उपरांत उन्हें सेवानिवृत्त हो जाना है । सेवानिवृत्ति के उपरांत उनके भविष्य के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू किया जाना अनिवार्य और न्यायोचित है । सरकार को तत्काल सभी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू कर देनी चाहिए ।
फार्मेसिस्ट फेडरेशन उत्तर प्रदेश की मांग है कि जल्द से जल्द पुरानी पेंशन बहाल की जाए।


पेंशन के साथ ही कर्मचारियों के हितों से संबंधित अन्य मामलों पर भी सरकारों को ध्यान देना चाहिए ज्यादातर ऐसा होता है कि कर्मचारियों के साथ कोई बातचीत ही नहीं होती, जिससे कर्मचारियों में कुंठा पैदा हो जाती है और सरकारी नीतियों का क्रियान्वयन भी प्रभावित होता है । उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में संवादहीनता के कारण बार-बार आंदोलन की स्थिति बनती रही है इसलिए फेडरेशन चाहता है कि अन्य मुद्दों की भांति कर्मचारियों के मुद्दे भी राजनीतिक दलों के एजेंडे में शामिल हों ।

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