हर साल कर्मचारियों को हटाकर नयी नियुक्तियां कराने का किया विरोध
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विभिन्न चिकित्सालयों से निष्कासित किये गए यूपीएचएसएसपी परियोजना के कर्मचारियों ने सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष लल्लू सिंह से मुलाकात कर स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपने साथ किये जा रहे कर्मचारी विरोधी कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए मदद की गुहार लगायी।
यह जानकारी देते हुए संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ के मीडिया प्रभारी सच्चिदानंद ने बताया कि हम लोगों ने लल्लू सिंह को बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग में सबसे ज्यादा आउटसोर्सिंग कर्मचारी रखे गए हैं और प्रत्येक वर्ष नयी एजेंसियों का चयन करके पुराने कर्मचारियों को हटाकर नई नियुक्ति करवाई जा रही है जिसमें एजेंसियां बड़े पैमाने पर धन उगाही का कार्य करती हैं।
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग तथा चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग में प्रत्येक कर्मचारी से नौकरी के नाम पर एक से दो लाख रूपये एजेंसियों द्वारा लिया जाता है। शासन के अधिकारी भी आंख बंद कर प्रत्येक वर्ष केवल टेंडर खत्म करने और टेंडर करवाने का काम करते हैं। सत्ता से पहले भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी-बड़ी बातें कीं, बहुत सारे वादे किए मगर पूरी तरह से युवाओं को रोजगार के मामले में सरकार विफल है।
उन्होंने कहा कि यही नहीं जिन कर्मचारियों के पास 10 से 15 हजार प्रति माह की नौकरी है भी तो सरकार उनसे नौकरियां छीन रही है। वर्ष 2019 में स्वास्थ्य विभाग से 10000 कर्मचारियों को हटाया गया। प्रदेश के तमाम ऐसे चिकित्सालय हैं जहां स्टाफ नहीं है। वार्ड बॉय से मरीजों का इलाज करवाया जा रहा है। प्रदेश की 3000 स्टाफ नर्स हटायी गयीं, जबकि 2200 स्टाफ नर्स के पद अभी भी रिक्त पड़े हैं, जिन पर आज तक नियुक्ति नहीं हुई। यूपीएचएसएसपी परियोजना के 5000 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करके सरकार नया अनुबन्ध करके 51 जनपदों में 51 एजेंसियों का चयन करके कर्मचारियों की नियुक्ति का कार्य दिया है जिसमें बेरोजगारों से धन उगाही का कार्य किया जाएगा।
संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ ने सभी समस्याओं से विभागीय मंत्री, प्रमुख सचिव, मिशन निदेशक एनएचएम, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य आदि को कई बार विस्तृत वार्ता करके समझाया, मगर शासन और सरकार दोनों ही सुनने को तैयार नहीं। लल्लू सिंह ने कर्मचारियों की समस्याओं को जल्द ही विधानसभा में उठाने की बात कही और जिस स्तर पर भी युवा कर्मचारियों को जरूरत होगी उनकी पार्टी कर्मचारियों के साथ रहेगी।
उन्होंने बताया कि संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ ने यह फैसला किया है कि जो पार्टी कर्मचारी हित में कार्य करें वही प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए सर्वमान्य होगी। बैठक में मुख्य रूप से रितेश मल्ल, मनीष कुमार मिश्र, सच्चिदानंद मिश्र, अमित द्विवेदी, सतीश चंद चौहान, सागर सिंह, शोभित श्रीवास्तव आदि लोग मौजूद रहे। सभी कर्मचारियों ने लल्लू सिंह को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बैठक समाप्त की।