-एक महिला और एक पुरुष दोनों बीती 29 नवम्बर को महाराष्ट्र से लौटे थे
सेहत टाइम्स
लखनऊ। तेजी से पांव पसार रहे कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट की उत्तर प्रदेश में भी एन्ट्री हो गयी है। यहां गाजियाबाद में एक पुरुष और महिला में ओमिक्रॉन होने की पुष्टि हुई है। ये दोनों ही लोग 29 नवम्बर को महाराष्ट्र से लौटे थे। यहां आने के बाद 2 दिसम्बर को ये कोविड-19 पॉजिटिव पाये गये थे। दोनों की उम्र 60 वर्ष है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये दोनों एसिम्प्टोमेटिक यानी बिना लक्षण वाले हैं और होम आइसोलेशन में हैं। इस बीच, भारत में ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या शुक्रवार को 100 पार कर गयी है। केंद्र सरकार ने लोगों को गैर-जरूरी यात्रा और सामूहिक समारोहों से बचने और नए साल के जश्न को कम तीव्रता पर रखने की सलाह दी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने दिन में दिल्ली में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हालांकि पिछले 20 दिनों से दैनिक कोविड -19 मामले 10,000 से कम हैं, लेकिन अन्य देशों में भिन्न और बढ़ते मामलों को देखते हुए ओमिक्रॉन को लेकर सतर्क रहने की आवश्यकता है।
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि चूंकि ओमिक्रॉन वेरिएंट यूरोप और दुनिया के अधिकांश हिस्सों में बहुत तेजी से फैल रहा है, इसलिए गैर-जरूरी यात्रा से बचने, सामूहिक समारोहों से बचने की जरूरत है और यह कम तीव्रता वाले उत्सवों का पालन करने का समय है और नए साल के जश्न की शुरुआत कम तीव्रता पर होनी चाहिए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के डीजी का हवाला देते हुए अग्रवाल ने कहा कि ओमिक्रॉन उस दर से फैल रहा है जो हमने किसी पिछले संस्करण के साथ नहीं देखा है। हम चिंतित हैं कि लोग ओमिक्रॉन को हल्के ढंग से खारिज कर रहे हैं।
इस सवाल के जवाब में कि क्या हम ओमिक्रॉन के सामुदायिक प्रसारण में हैं, डॉ अग्रवाल ने कहा, “हम इस बिंदु पर यह नहीं कह सकते कि ओमिक्रॉन संस्करण भारत में व्यापक है।” उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन के अधिकांश मामलों में यही पाया गया है कि या तो उस व्यक्ति ने यात्रा की है या फिर वह यात्रा करने वाले व्यक्ति के सम्पर्क में रहा है। मात्र एक या दो ऐसे मामले हैं जिनमें उनकी यात्रा का इतिहास नहीं पता हो सका है। इसे पता लगाने की कोशिशें जारी हैं।