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अब चिकित्‍सक ‘लड़’ नहीं रहे हैं…

-आईएमए की लखनऊ शाखा में सिर्फ एक पद पर हुआ था चुनाव

-अब पीएमएस संघ की लखनऊ शाखा में हो गया पूर्ण निर्विरोध निर्वाचन

-उपाध्‍यक्ष के दो पदों पर किसी ने नामांकन नहीं किया, रह गये रिक्‍त

धर्मेन्‍द्र सक्‍सेना

लखनऊ। अब डॉक्टर लड़ नहीं रहे हैं, जी हां सही पढ़ा आपने। हाल ही में चिकित्सकों की दो बड़ी संस्थाओं के चुनाव में तो कम से कम यही देखा जा रहा है। पिछले दिनों इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की लखनऊ शाखा के चुनाव हुए थे उनमें सिर्फ एक पद सीनियर ऑडिटर मुख्य प्रवक्ता को छोड़कर बाकी पदों के लिए निर्विरोध चुनाव संपन्न हो गया था और अब प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ, उत्तर प्रदेश की लखनऊ शाखा के वार्षिक चुनाव में भी यही स्थिति बनी है, बल्कि यूं कहें कि‍ आई एम ए से एक कदम आगे की स्थिति बनी है क्योंकि आई एम ए में सभी पदों पर निर्वाचन हो गया था, जबकि प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ की लखनऊ शाखा में उपाध्यक्ष के दो पदों पर किसी भी डॉक्टर ने निर्वाचन की अपनी दावेदारी प्रस्तुत ही नहीं की। अध्यक्ष पद पर दो आवेदन आए थे लेकिन उनमें भी एक ने अपना नाम वापस ले लिया। कुल मिलाकर पीएमएस लखनऊ की नई टीम की घोषणा कर दी गई है।

इस बारे में पीएमएस एसोसिएशन के राज्य चुनाव अधिकारी डॉ राजीव बंसवाल और जिला चुनाव अधिकारी डॉ श्रीप्रकाश वत्स ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्‍यम से यह जानकारी देते हुए बताया कि‍ पीएमएस एसोसिएशन लखनऊ शाखा के वार्षिक चुनाव के लिए 23 अक्टूबर 2021 को अधिसूचना जारी की गई थी जिसमें 27 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक नामांकन की तिथि निर्धारित की गई थी इसके बाद 28 अक्टूबर को समय सीमा की समाप्ति तक अध्यक्ष पद के लिए 2 प्रत्याशियों डॉक्टर दीपा त्यागी व डॉ डीके सिंह द्वारा नामांकन किया गया था जबकि शेष पदों के लिए एक पद के सापेक्ष एक ही नामांकन प्राप्त हुआ। ऐसी स्थिति में 11 नवंबर को केवल अध्यक्ष पद के मतदान कराने की तिथि नियत रखी गई थी।

विज्ञप्ति में बताया गया है की मतदान की तारीख आने से पहले ही 8 नवंबर को अध्यक्ष पद की प्रत्याशी डॉ दीपा त्यागी, जो कि वर्तमान में लोकबंधु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय में निदेशक पद पर तैनात है, ने पदीय दायित्वों एवं कर्तव्यों के निर्वहन के दृष्टिगत चुनाव प्रक्रिया से विरत रहने का अनुरोध पत्र दे दिया।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस बदली हुई स्थिति में अब चुनाव कराने की जरूरत ही नहीं रह गयी है। ऐसी स्थिति में चुनाव अधिकारियों द्वारा 9 नवंबर को निर्वाचन का परिणाम घोषित कर दिया गया। घोषित परिणाम के अनुसार अध्यक्ष पद पर डॉ डीके सिंह को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है जबकि उपाध्यक्ष सामान्य के 1 पद और उपाध्यक्ष के एक पद यानी कुल 2 पद रिक्त हैं, इन पर किसी ने पर्चा नहीं भरा, जबकि उपाध्यक्ष महिला पद पर डॉ अनामिका गुप्ता, सचिव पद पर डॉ जितेंद्र तिवारी, केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पद पर डॉ प्रीति सिंह, वित्त सचिव के पद पर डॉ मनीष शुक्ला और संपादक के पद पर डॉ सौरभ सिंह को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है।

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