-कोरोना मरीजों की बेतहाशा बढ़ती संख्या को देखते हुए लिया गया निर्णय
-तीन होटलों को भी बनाया लेवल एक का अस्पताल, यहां भी होगी जेब ढीली
-शुक्रवार को लखनऊ में निकले 151 नये रोगी, एक की मौत

सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में तेजी से बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए शासन ने पांच निजी अस्पतालों के साथ ही तीन होटलों को कोविड मरीजों की भर्ती के लिए चुना है। हालांकि इन स्थानों पर भर्ती होने वाले लोगों को इलाज का खर्च मरीज को स्वयं ही वहन करना होगा। खर्च अलग-अलग कैटेगरी के हिसाब से है। इस बीच शुक्रवार को गुरुवार की अपेक्षा कम कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। संक्रमित मरीजों की संख्या 151 रही, जिसके बाद कुल मरीजों की संख्या 3254 हो गई है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि एक सप्ताह पूर्व शनिवार-रविवार के लॉकडाउन का असर है, क्योंकि कोरोना के लक्षण पांचवें दिन से आने शुरू होते हैं।
सीएमओ के अनुसार शुक्रवार को 151 नये रोगियों की पुष्टि हुई है। इन्हें भर्ती कराया जा रहा है साथ ही अस्पतालों में भर्ती मरीजों में ठीक हो चुके 61 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में 1737 मरीज भर्ती हैं, जबकि 1476 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। शुक्रवार को एक की मौत हुई है, अबतक कुल 41 मौतें हो चुकी हैं।
सीएमओ के अनुसार पांच निजी अस्पतालों को कोरोना मरीजों के इलाज के लिए तैयार किया गया है, इनमें से चंदन अस्पताल, अथर्व अस्पताल, मेयो अस्पताल, अल्टिस अस्पताल व शेखर अस्पताल शामिल हैं, इनमें कुल 190 बिस्तरों की सुविधा मिली है। जिन पर कोरोना मरीजों को सशुल्क भर्ती किया जायेगा। इसके अलावा नॉन एनएबीएच एक्रिडेशन वाले अस्पतालों के लिए तीन होटल लीवाना, आनंदी व पिकेडली को चुना गया है। इनमें भी बिना लक्षण वाले मरीज, शुल्क देकर अपने इलाज के लिए भर्ती हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों को शीघ्र भर्ती हो सके, इसके लिए अतिरिक्त एंबुलेंस लगाई गईं हैं।

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