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खुशखबरी : बिगड़ी हुई टीबी के उपचार की नयी दवा को WHO से स्‍वीकृति, 10 को लॉन्चिंग

केजीएमयू में चिकित्‍सा शिक्षा राज्‍य मंत्री करेंगे दवा का शुभारम्‍भ

लखनऊ। मल्‍टी ड्रग रेसिस्‍टेंट (एमडीआर) व़ाले टीबी के मरीजों के लिए एक खुशखबरी है, एमडीआर मरीजों के लिए एक नयी दवा को विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन से मंजूरी मिल गयी है, इस दवा की शुरुआत कल 10 अक्टूबर  को यहां केजीएमयू में की जायेगी।  बिडाकुलीन BEDAQUILLINE नाम की यह दवा एमडीआर टीबी में दी जा सकेगी। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के चिकित्‍सा राज्यमंत्री डॉ महेंद्र सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एमएलबी भटट करेंगें।

 

क्‍या होता है मल्‍टी ड़ग रेजिस्‍टेंट (एमडीआर)

आपको बता दें कि मल्‍टी ड़ग रेजिस्‍टेंट एमडीआर टीबी का शिकार मरीज तब होता है जब वह उपचार का कोर्स बीच में ही छोड़ देता हैं। नतीजा यह होता है कि छोड़ी गयी दवाएं शरीर में रेजिस्‍टेंस बना लेती हैं और फि‍र टीबी होने की स्थिति छोड़ी गयी दवाओं का असर नहीं होता है। यही स्थिति एमडीआर कहलाती है। कल होने वाले समारोह में एमडीआर टीबी को ठीक करने के लिए तैयार की गयी दवा की लॉन्चिग होगी

प्रो सूर्यकान्त

यह जानकारी उत्‍तर प्रदेश क्षयस रोग कार्यक्रम की टास्‍क फोर्स के चेयरमैन एवं केजीएमयू के रेस्‍परेट्री विभाग के मुखिया प्रो सूर्यकांत ने देते हुए बताया कि विश्व के 27 प्रतिशत करीब एक लाख 47 हजार क्षय रोग के मरीज भारत में हैं। इसके साथ ही एमडीआर मरीजों की संख्‍या बढ़ने से समस्या भी देश तथा प्रदेश में तेजी से बढ़ रही है। इस दवा के आने से इन मरीजों को अवश्‍य ही लाभ मिलेगा।  इस दवा को मरीजों के उपचार के लिए प्रयोग करने की स्‍वीकृति विश्‍व स्वास्थ्य संगठन WHO ने दे दी है।

 

कार्यक्रम में इस दवा का चिकित्सा स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ महेंद्र सिंह द्वारा शुभारम्भ किया जाएगा। जिसमें राज्य क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ संतोष गुप्ता, विश्व स्वास्थ्य संगठन के सलाहकार डॉ0 उमेश त्रिपाठी, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ बीके सिंह, डॉ अजय वर्मा,  डॉ एस के सिंह तथा किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के अन्य चिकित्सक एवं क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।