-कोरोना वायरस के चलते पैदा हुई स्थिति से निपटने को लेकर रेजीडेंट्स डॉक्टर्स ने की निदेशक के साथ लम्बी चर्चा
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। यहां स्थित संजय गाँधी स्नातकोत्तर चिकित्सा संस्थान में कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति को देखते हुए इमरजेंसी के अलावा पुराने और नये मरीजों को दिखाने के सम्बन्ध में बड़े बदलाव किये गये हैं, इसके तहत अब ओपीडी में देखने वाले मरीजों की संख्या को आधा करते हुए नये रजिस्ट्रेशन के लिए सुबह 10.30 बजे तक का समय निर्धारित कर दिया गया है, जबकि अगले आदेशों तक डॉक्टरों द्वारा मरीजों को देखने का समय भी कम करते हुए अपरान्ह 1 बजे तक ही रखा गया है।

इसके अतिरिक्त यह भी एडवाइजरी जारी की गयी है कि जो मरीज पहले से इलाज करा रहे हैं, और उन्हें फॉलोअप के लिए दिखाने के लिए तारीख मिली हुई हैं, वे अगर उन्हें कोई दिक्कत नहीं है तो अभी दिखाने न आयें तथा अपनी दवा को जारी रखें। ऐसे मरीज आगे की तारीख के लिए 0522-2494000, 0522-2495000 व 0522-2496000 टेलीफोन नम्बरों पर रविवार को फोन कर सकते हैं, उनकी फोन कॉल संबंधित विभाग में ट्रांसफर कर दी जायेगी जहां फोन उठाने वाले जन सम्पर्क अधिकारी उनकी पूरी सहायता करेंगे।
अस्पताल प्रशासन की ओर से यह भी कहा गया है कि पुराने मरीज जिन्होंने अभी एप्वाइंटमेंट नहीं लिया है तथा वे मरीज जिन्हें साधारण दिक्कतें हैं, उन्हें फिलहाल दो सप्ताह तक यहां संस्थान में नहीं आना चाहिये।


महामारी से निपटने का जज्बा दिखाया रेजीडेंट्स ने
इससे पूर्व आज रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने कोरोन वायरस महामारी से निपटने का जज्बा दिखाते हुए संस्थान निदेशक डॉ. राधाकृष्ण धीमान तथा महामारी प्रबंधन के नोडल ऑफिसर डॉ. आर. के. सिंह से मुलाक़ात कर स्थिति पर चर्चा की। रेजिडेंट डॉक्टर्स ने संस्थान प्रशासन से जमीनी स्तर पर नीतियों के क्रियान्वयन में किस तरह सुधार लाया जा सकता है इस बाबत अपने सुझाव साझा किये। इस पर निदेशक ने सभी मुद्दों पर त्वरित संज्ञान लेते हुए रेजिडेंट डॉक्टर्स को हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को प्रोत्साहित किया।

मिली जानकारी के अनुसार रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आकाश माथुर ने वार्ड तथा ओपीडी में प्रभावी भीड़ प्रबंधन के लिए क्या तरीके अपनाए जा सकते हैं, इस विषय पर अपना मत रखा। एसोसिएशन की उपाध्यक्ष डॉ. श्रुति ने कीटाणुशोधन (डिसइन्फेक्शन) के लिए अपनायी जा रही प्रक्रियाओं में कहां और सुधार किया जा सकता है, इस आशय में आपदा प्रबंधन के नोडल ऑफीसर डॉ. सिंह से चर्चा की।
चर्चा में अकादमिक गतिविधियों को कुछ वक्त के लिए बंद कर पूर्ण कार्यक्षमता आपदाप्रबंधन में झोंकने और ओपीडी सर्विसेस में कटौती कर इमरजेंसी प्रबंधन पर अधिक ध्यान दिए जाने का विचार भी रेजिडेंट डॉक्टर्स ने प्रशासन के सम्मुख रखा ताकि महामारी को फैलने से रोका जा सके।
लोगों को जागरूक करने के लिए चलायेंगे अभियान
एसोसिएशन के महासचिव डॉ. अनिल गंगवार ने एसोसिएशन द्वारा आगामी कुछ दिनों में एसोसिएशन द्वारा चलाये जाने वाले जागरूकता अभियान के विषय में निदेशक को अवगत कराया तथा सभी रेसिडेंट द्वारा आपदाप्रबंधन के लिए सक्रिय सहयोग प्रदान किये जाने के लिए आश्वस्त किया। डॉ. गंगवार ने बताया कि सभी रेजीडेंट्स विभिन्न सोशल मीडिया माध्यमों से जनता को जागरूक करते के लिए वीडियो बना कर तथा पोस्ट्स के माध्यम से जनजागरूकता के लिए प्रयास करेंगे।
