-डॉ पीके गुप्ता बता रहे हैं कि कब करायें इसकी जांच
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। विटामिन बी 12 टेस्ट खून मे विटामिन बी12 के स्तर को नापने के लिए कराया जाने वाला टेस्ट है विटामिन बी12 एक वाटर सॉल्युबल विटामिन है जो एक essential micronutrient के रूप मे शरीर के लिए उपयोगी होता है इसका स्रोत मुख्यतः animal फ़ूड प्रोडक्ट होता है जैसे मछली, अंडा, चिकेन, मटन के अलावा दूध और पनीर आदि। विटामिन बी12 बहुत कुछ आपके खान पान तथा लाइफस्टाइल से जुड़ा है।
यह जानकारी देते हुए आईएमए के पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ पैथोलॉजिस्ट डॉ पीके गुप्ता ने विभिन्न प्रकार की जांचों के बारे में जानकारी देने के लिए जारी किये गये वीडियो की श्रृंखला में विटामिन बी 12 टेस्ट के बारे में वीडियो जारी किया है। इस विटामिन की शरीर में जरूरत के बारे में डॉ गुप्ता बताते हैं कि विटामिन बी12 एक ग्रुप ऑफ विटामिन बी यानी विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का एक प्रकार है जिसमे विटामिन B1 B2 B3 B5 B6 B7 B9 तथा B 12 होते हैं। इन सब विटामिन का अलग अलग उपयोग होता है, जिसमें विटामिन बी12 खून मे मौजूद रेड ब्लड सेल्स तथा नर्वस सिस्टम को स्वस्थ बनाये रखने मे महवपूर्ण योगदान देता है इस विटामिन की कमी से एक विशेष प्रकार की एनीमिया यानी खून की कमी देखने को मिलती है, जिसे मेगलोब्लास्टिक एनीमिया कहते हैं साथ ही किसी-किसी में नर्व की समस्या होती है जिसे न्यूरोपैथी की श्रेणी में रखते हैं।
ज्यादातर शाकाहारियों की करायी जाती है यह जांच
यह जांच शाकाहारी लोगों में कराया जाने वाले वेलनेस हेल्थ चेकउप का इम्पोर्टेन्ट टेस्ट है चूंकि विटामिन बी12 का मुख्य स्रोत केवल एनिमल फ़ूड प्रोडक्ट होता है जिसके कारण शाकाहारी में विटामिन बी12 की कमी ज्यादा होने की संभावना पाई जाती है इसे ब्लड टेस्ट से confirm करते हैं।
शरीर मे खून की कमी होने पर एनीमिया के डिटेल्ड वर्क up के दौरान विटामिन बी12 टेस्ट कराते हैं जिसमें एनीमिया के exact cause का पता चलता है।
सामान्य कम्पलीट ब्लड काउंट test में यदि MCV यानी mean corpuscular volume अगर 110 fl से ज्यादा है तथा टीएलसी एवं platelet काउंट थोड़ा कम है तो उसे कन्फर्म करने के लिए विटामिन बी12 टेस्ट कराते हैं।
एल्डरली लोगों में यदि हाथ-पैर में झुनझुनाहट, सुन्नपन तथा पैरों मे जलन का अनुभव हो तो इस टेस्ट की सलाह दी जाती है
एल्डरली लोगों में चलने में संतुलन न होने पर शरीर मे थकान मांसपेशियों में कमजोरी, भूलने की समस्या होने पर तथा भूख कम लगने की अवस्था मे यह जांच करायी जाती है। पेट की समस्या होने पर जैसे malabsorption सिंड्रोम, कोलाइटिस तथा inflammtory bowel disease की संभावना होने पर विटामिन बी 12 test कराते हैं
गर्भवती महिलाओं मे जो कि शुद्ध शाकाहारी होती हैं, उनमें यह जांच आवश्यक रूप से कराते हैं।
नमूना कैसे लें
ब्लड सैम्पल खाली पेट देना हमेशा उत्तम होता है जिससे और भी ब्लड टेस्ट हो सकता है विशेष परिस्थितियों में ब्लड का नमूना कभी भी दिया जा सकता है इसके लिये 3 से 5 ml ब्लड red cap tube में लिया जाता है।
गुणवत्ता परक जांच के लिए रक्त का नमूना उसी लैब में देना चाहिए जहां पैथोलोजिस्ट की देखरेख मे जांच सम्पन्न हो रही है।
क्या है नॉर्मल रेंज
विटामिन बी 12 टेस्ट की नॉर्मल रेंज 160 pg/ml से 900 pg/ml होता है यह रेंज अलग-अलग लैब तथा उम्र के हिसाब से थोड़ी बहुत अलग-अलग होती है। इसकी जांच हमारे clia मेथड से तथा एंजाइम लिंक्ड florescent मेथड से होता है
इन लोगों में मिलती है विटामिन 12 की कमी
Hypothyroid के पेशेंट्स में, Stomach तथा बड़ी आंत की सर्ज़री के बाद विटामिन बी12 की कमी देखने को मिलती है
भारत वर्ष मे विटामिन बी12 की कमी से एक बड़ा वर्ग प्रभावित है यह एक डेफिशियेंसी डिसऑर्डर है यदि समय रहते जांच से पता चल जाये तो इसकी कमी से होने वाले एनीमिया तथा neuropathy को हम केवल विटामिन बी12 सप्लीमेंट ले कर दूर कर सकते हैं
सप्पलीमेंट को हम चाहे तो ओरल अथवा इंजेक्शन से ले सकते हैं, इसके लिए जांच के बाद लोगों को अपने फैमिली फिजिशियन तथा न्यूरोलॉजिस्ट से मिल कर सलाह लेनी चाहिए।
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