-लापरवाही करने वाले बड़ों की देखादेखी बच्चे ने भी दांतों की सफाई की कील से
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। लोगों की आदत होती है कि दांत में फंसे खाद्य पदार्थ को किसी भी नुकीली चीज से निकालते हैं। यह लापरवाही किसी को कभी भी भारी पड़ सकती है। कई घटनायें सेफ्टी पिन, ऑलपिन चुभने की हुई हैं जिससे सेप्टिक हो गया।
नुकीली चीजों से दांतों की सफाई का यह कार्य इतना कॉमन हो जाता है कि बच्चे भी उसे फॉलो करते हैं। ऐसी ही एक घटना में एक 7 वर्षीय बालक जो कि गोंडा मे एक ई रिक्शा चालक का पुत्र है, इस बच्चे ने 10 दिन पहले लगभग 2 इंच लंबी लोहे की नुकीली कील दांत साफ करते समय निगल ली थी।
इसके बाद यह कील खाना खाने की नली एवं पेट से होते हुए छोटी आंत में जाकर फंस गई, पहले घरेलू उपचार कर उसको निकालने का प्रयास किया गया परंतु सफलता न मिलने पर कई चिकित्सकों को दिखाया गया। गोंडा के चिकित्सकों ने उसे ऑपरेशन की सलाह दी यह ऑपरेशन बहुत ही खर्चीला एवं जीवन के लिए खतरनाक बताया गया, इसके बाद बच्चे को लेकर उसके पिता किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी आए, जहां पर मरीज को बाल विभाग के डॉक्टर सिद्धार्थ कुंवर की देखरेख में भर्ती किया गया, उन्होंने गैस्ट्रो मेडिसिन डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष डॉ सुमित रूंगटा से इस मरीज के बारे में सलाह मांगी।
डॉ सुमित रूंगटा एवं उनकी टीम ने दूरबीन विधि द्वारा मुंह के रास्ते से इस लंबी कील को आंत से निकालकर उस 7 वर्षीय बालक को एक बड़े ऑपरेशन से एवं रिक्शा चालक पिता को एक बड़े आर्थिक नुकसान से भी बचा लिया। कील निकालने के तुरंत बाद बच्चे को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
इस प्रक्रिया के दौरान डॉ सुमित रूंगटा के साथ डॉ कमलेंद्र वर्मा, डॉ गुलाम अख्तर सिस्टर माजमी, एंडोस्कोपी टेक्नीशियन जितेन्द्र एवं वार्ड बॉय हर्ष निषाद ने प्रक्रिया में सहयोग किया।