-डॉ सूर्यकांत ने SIR फॉर्मूले की कसौटी पर भारत की बेहतर स्थिति का खाका खींचा
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। पूरी दुनिया तथा भारत में भी कोरोनावायरस एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या बना हुआ है। इसी संदर्भ में भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने केजीएमयू के रेस्पेरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सूर्यकांत से भारत में कोरना संक्रमण की स्थिति तथा लॉकडाउन के प्रभाव के बारे में फोन पर विस्तार में बातचीत की।
आपको बता दें कि समाज के चुनिंदा लोगों से केंद्र सरकार द्वारा कोरोना विषय पर फीडबैक लिया जा रहा है, सुझाव मांगे जा रहे हैं, माना जा रहा है कि अनेक राष्ट्रीय पदों से जुड़े डॉ सूर्यकांत को स्मृति ईरानी ने इसी क्रम में फोन किया। डॉ सूर्यकांत ने मंत्री को बताया कि भारत कोरोना वायरस लड़ाई को बहुत अच्छी तथा मजबूती से लड़ रहा है, दुनिया में संक्रमण की संख्या तथा कोरोना से होने वाली मृत्यु की रैंकिंग में जहां अमेरिका और यूरोप के तमाम विकसित देश प्रथम 5 स्थान पर आते हैं, वही इस रैंकिंग में भारत 12वें स्थान पर है। अमेरिका में कोरोना की 100 टेस्टिंग करने पर 20 रोगी कोरोना पड़ जाते हैं, वहीं भारत में 100 टेस्टिंग करने पर 4 रोगी ही पॉजिटिव निकलते हैं। भारत में प्रति दस लाख जनसंख्या पर एक से भी कम मृत्यु दर है।
डॉ सूर्यकांत ने स्मृति ईरानी को बताया कि सरकार की तैयारी और जनता की भागीदारी दोनों का ही किसी बीमारी के प्रति लड़ाई में सफलता के लिए शत प्रतिशत होना जरूरी है। डॉ सूर्यकांत ने सर (सर्च, इन्फेक्टेड, रिकवर्ड) SIR का फार्मूला स्मृति ईरानी को समझाते हुए बताया कि कोरोना वायरस के सर्च किए गए रोगी इसमें से इनफेक्टेड निकले रोगी तथा उनमें से रिकवर्ड हुए रोगी यह अनुपात कोरोनावायरस की सफलता को दर्शाता है।
डॉ सूर्यकांत ने टेस्टिंग करने, ट्रेसिंग करने तथा ट्रीट करने के ट्रिपल टी फॉर्मूला की भी चर्चा की। डॉ सूर्यकांत ने मंत्री को बताया कि लखनऊ और उत्तर प्रदेश कोरोना के खिलाफ लड़ाई अच्छी तरह से लड़ रहे हैं देश की सबसे बड़ी जनसंख्या वाला प्रदेश तथा दुनिया में जनसंख्या के हिसाब से पांचवां सबसे बड़ा देश उत्तर प्रदेश भारत के राज्यों की रैंकिंग में छठा स्थान रखता है, जबकि दुनिया के देशों के हिसाब से उसकी रैंकिंग काफी नीचे है। डॉ सूर्यकांत ने चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों के खिलाफ हो रहे हमलों के खिलाफ कठोर कानून बनाने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया तथा महामारी के इस संक्रमण काल में प्रधानमंत्री तथा स्वयं स्मृति ईरानी एवं अन्य सभी लोगों द्वारा चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों की प्रशंसा करने एवं उनका मनोबल बढ़ाने के लिए आभार प्रकट किया डॉ सूर्यकांत में स्मृति ईरानी को फोन करने के लिए भी धन्यवाद दिया।
डॉ सूर्यकांत की पत्नी प्रीति से पूछा यह सवाल…
जब फोन पर वार्तालाप हुआ उस समय डॉ सूर्यकांत अस्पताल से घर पहुंचे थे, स्मृति ईरानी से बात करके खुश डॉ सूर्यकांत की पत्नी प्रीति ने बताया कि एक बार जब वह एक कॉन्फ्रेंस में डॉ सूर्यकांत के साथ बनारस गयी थीं तो वहां बीएचयू में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने स्मृति ईरानी की स्पीच सुनी थी, जिससे वह बहुत प्रभावित हुई थीं, आज उसी स्पीच की तारीफ करने का मौका मैं छोड़ना नहीं चाहती थी, मैंने जब स्पीच की तारीफ की तो उन्होंने सहज भाव से उसका उत्तर दिया। बातों के दौरान ही प्रीति ने जब स्मृति ईरानी को बताया कि डॉ सूर्यकांत बस अभी घर आये हैं, इस पर स्मृति ने तपाक से पूछा कि डॉक्टर साहब घर पर सोशल डिस्टेंसिंग रखते हैं कि नहीं…। प्रीति ने बताया कि स्मृति ईरानी ने उनसे वादा किया है कि अगली बार जब लखनऊ आयेंगी तो उनसे जरूर मिलेंगी।